बुरहानपुर: रेलवे कर्मचारी मोहम्मद साबिर अली को रेलवे ट्रैक पर 10 डेटोनेटर बम लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह घटना बुरहानपुर जिले के सागफाटा रेलवे स्टेशन के पास हुई, जहां आरोपी ने सेना की स्पेशल ट्रेन को निशाना बनाने की साजिश रची थी। इस ट्रेन में जम्मू-कश्मीर से कर्नाटक जा रहे सेना के जवान सवार थे। एनआईए (NIA), एटीएस (ATS), और रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की टीमें इस साजिश की जांच कर रही हैं, जिससे देशभर में सनसनी फैल गई है।
10 डोनेटर पंप ट्रैक पर लगाए थे
मोहम्मद साबिर अली, जो रेलवे में ही काम करता है, पर आरोप है कि उसने खुद ही 10 डेटोनेटर बम रेलवे ट्रैक पर लगाए थे। इन बमों के जरिए आर्मी की स्पेशल ट्रेन को उड़ाने की साजिश रची गई थी। यह ट्रेन जम्मू-कश्मीर से कर्नाटक जा रही थी और इसमें बड़ी संख्या में सेना के जवान मौजूद थे। समय रहते इस साजिश का खुलासा हो गया और ट्रेन पर बड़ा हादसा टल गया।
सेना की ट्रेन को उड़ाने की कोशिश की
इस मामले की जांच में एनआईए, एटीएस, और आरपीएफ की टीमें जुटी हुई हैं। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि साबिर अली ने अपने ही रेलवे ट्रैक पर डेटोनेटर बम रखकर सेना की ट्रेन को उड़ाने की कोशिश की थी। हालांकि, अभी तक उसके इस साजिश के पीछे के मकसद का खुलासा नहीं हो पाया है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां विभिन्न एंगल से जांच कर रही हैं।
आरोपी अपने पद का गलत इस्तेमाल किया
मोहम्मद साबिर अली रेलवे में कर्मचारी है। इसी पद का दुरुपयोग करते हुए उसने इस खतरनाक साजिश को अंजाम देने की कोशिश की। उसकी गिरफ्तारी ने सुरक्षा बलों के बीच भी सवाल खड़े कर दिए हैं कि एक रेलवे कर्मचारी कैसे इस तरह की साजिश का हिस्सा बन सकता है। अभी तक उसकी पृष्ठभूमि और संपर्कों की जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या उसके पीछे कोई अन्य आतंकी या देशद्रोही संगठन हैं।
सुरक्षा बलों की तत्परता से बड़ा हादसा टला
आर्मी की स्पेशल ट्रेन पर बम विस्फोट की इस कोशिश को समय रहते विफल कर दिया गया। सुरक्षा बलों की तत्परता और सावधानी के कारण यह साजिश सफल नहीं हो सकी और ट्रेन को सुरक्षित बचा लिया गया। रेलवे ट्रैक पर रखे गए सभी 10 डेटोनेटर को निष्क्रिय कर दिया गया, जिससे ट्रेन और उसमें सवार जवान सुरक्षित रहे।
सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई जारी
सुरक्षा एजेंसियों ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पूरे इलाके की कड़ी निगरानी शुरू कर दी है। बुरहानपुर जिले के सागफाटा रेलवे स्टेशन के आसपास की गतिविधियों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके साथ ही यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या इस घटना के पीछे कोई बड़ी साजिश या आतंकी नेटवर्क काम कर रहा था।
इस घटना ने रेलवे और सुरक्षा एजेंसियों के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। एक रेलवे कर्मचारी द्वारा इस प्रकार की साजिश का हिस्सा बनना बेहद चिंताजनक है। मामले की जांच तेजी से चल रही है और आरोपी से पूछताछ के जरिए जल्द ही साजिश के अन्य पहलुओं का भी खुलासा हो सकता है।
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