भारत में सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में शामिल तिरुपति मंदिर के प्रसाद में फिश ऑयल का इस्तेमाल किया जाता है। अब इसकी पुष्टि हो गई है। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम में तैयार लड्डूओं के नमूनों को जांच के लिए गुजरात के राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड को भेजा गया था। जहां से अब रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया है कि प्रसाद में मछलियों के तेल का प्रयोग किया गया है। सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी ने गुरुवार को दावा किया कि गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला द्वारा मिलावट की पुष्टि की गई है। टीडीपी प्रवक्ता अनम वेंकट रमना रेड्डी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कथित लैब रिपोर्ट दिखाई, जिसमें दिए गए घी के नमूने में “बीफ टैलो” की मौजूदगी की पुष्टि की गई है।
वहीं रिपोर्ट सामने आने के बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने मामले में पूर्व की जगन मोहन सरकार को घेर लिया है। चंद्रबाबू ने बुधवार (18 सितंबर) को कहा- पिछले 5 साल में YSR कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने तिरुमाला की पवित्रता को धूमिल किया। उन्होंने ‘अन्नदानम’ (मुफ्त भोजन) की गुणवत्ता से समझौता किया। यहां तक कि तिरुमाला के पवित्र लड्डू में घी की जगह जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया। हालांकि अब हम प्रसादम में शुद्ध घी का इस्तेमाल कर रहे हैं। हम तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) की पवित्रता की रक्षा के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
चंद्रबाबू नायडू ने पहुंचाया आस्था को ठेस
वहीं तिरुपति मंदिर के प्रसाद में बीफ टैलो के इस्तेमाल को लेकर लग आरोपों पर YSR कांग्रेस पार्टी के सीनियर नेता और राज्यसभा सांसद YV सुब्बा रेड्डी ने कहा कि चंद्रबाबू नायडू ने तिरुमाला के पवित्र मंदिर और करोड़ों हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाकर बड़ा पाप किया है। तिरुमाला प्रसादम पर चंद्रबाबू की टिप्पणियां बेहद निंदनीय हैं। कोई इंसान ऐसे आरोप नहीं लगा सकता।
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