महाकुंभ में दुनियाभर से जुट रहे श्रद्धालु
प्रयागराज: महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने के लिए दुनियाभर से लोग इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनने आ रहे हैं। इस महाकुंभ का हिस्सा बनने के लिए न केवल आम लोग, बल्कि फिल्मी सितारे और उद्यागपति भी पहुंच रहे हैं। इसी क्रम में दुनिया की दिग्गज मोबाइल फोन निर्माता कंपनी Apple के संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेंस जॉब्स भी सनातन धर्म को समझने और उसे अपनाने के लिए प्रयागराज पहुंची हैं।
लॉरेन बनीं ‘कमला,’ गुरु ने दिया नया गोत्र
हालांकि, इस बार लॉरेंस का नाम और पहचान कुछ अलग होगी। अपने आध्यात्मिक गुरु निरंजनी अखाड़े के पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि के आशीर्वाद से उन्होंने अपने नाम को बदलकर ‘कमला’ रखा है और साथ ही स्वामी जी ने उन्हें अपना गोत्र भी प्रदान किया है। अब कमला के रूप में वह महाकुंभ में भाग ले रही हैं, जहां उनका उद्देश्य आत्मसाक्षात्कार और आध्यात्मिक उन्नति के साथ-साथ सनातन धर्म को गहराई से समझना है।
महाकुंभ में कमला का तप और साधना
फिलहाल वो अपने 60 सदस्यीय दल के साथ वाराणसी में रुकी हुई हैं। आज यानी की 12 जनवरी को वे प्रयागराज आएंगी। प्रयागराज महाकुंभ में रहकर कमला एक हफ्ते तक तप करेंगी और सनातन धर्म की महानता को करीब से समझने की कोशिश करेंगी। इस दौरान वे एक प्रमुख शाही स्नानों में मकर सक्रांति और मौनी अमावस्या में गंगा स्नान भी करेंगी। इसके बाद ही वे अपनी घर वापसी करेंगी।

आपको बता दें कि इससे पहले लॉरेंस ने वाराणसी में दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा आरती में हिस्सा लिया और बाबा काशी विश्वनाथ के भी दर्शन किए। लॉरेंस ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे यहां पर कल्पवास करने के लिए आईं हैं। इस दौरान वे संतों के बीच रहकह भारत के आध्यात्मिक दर्शन को करीब से समझेंगी।
स्टीव जॉब्स और सनातन धर्म का पुराना संबंध
स्टीव जॉब्स के परिवार का सनातन धर्म से काफी पुराना लगाव है। लॉरेन से पहले उनके पति स्टीव भी 1970 में भारत में आए थे। उन्होंने नैनीताल स्थित नीब करौली धाम के दर्शन किए थे और एक सप्ताह तक एकांत वास में भी रहे थे। स्टीव नीम करौली बाबा को अपना गुरु मानते है। अब उनकी पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स उर्फ कमला भी सनातन धर्म में ही आस्था रखती हैं और वो कैलाशानंदर गिरि को अपना गुरु मानती हैं।