राजस्थान के भीलवाड़ा में जल झूलनी एकादशी के जुलूस पर हुए पथराव के बाद से बवाल जारी है। कल शाम जहाजपुर कस्बे में पथराव के दौरान जो हंगामा मचा वह देर रात तक जारी रहा। लोगों ने सरकार से एक्शन की मांग की है और इस दौरान सड़कों पर भारी भीड़ रही। देर रात जहाजपुर कस्बे में बुलडोजर-बुलडोजर के नारें गूंजते रहे। लोकल प्रशासन ने उस भवन के दस्तावेज मांगे हैं जहां से यह पथराव हुआ था। इस पथराव में कुछ लोग घायल हुए थे।
इस तरह घटित हुआ पूरा घटनाक्रम
दरअसल पूरे देश में कल यानी 14 सितंबर को जलझूलनी एकादशी के जूलूस निकाले गए। इस दौरान भीलवाड़ा के जहाजपुर में भी यही हुआ। लेकिन कस्बे से निकलने के दौरान जब जूलूस एक इमारत के नजदीक से गुजरा तो वहां से जुलूस पर पथराव शुरू हो गया। इस दौरान आठ साल के एक बच्चे समेत कई लोग चोटिल हो गए। पुलिस को सूचना मिलते ही पुलिस टीमें मौके पर आ गई। शाम को इस घटना के बाद जुलूस को बंद करा दिया गया। इस विरोध में विधायक गोपीचंद मीणा भी आ पहुंचे और वहीं कल्याण जी के मंदिर के पास धरने पर बैठ गए। यह धरना देर रात तक चला।
पत्थर फेंकने वालों को किया डिटेन, एक महिला भी शामिल
कलक्टर राजेन्द्र सिंह और एसपी राजेश कावंट देर रात तक कस्बे में रहे। इस दौरान रात में शाहपुरा रोड पर छह जेसीबी की मदद से करीब 24 अवैध निर्माण और अवैध केबिन गिराए गए। इस पथराव के बाद लोगों को भी डिटेन किया गया है जिन लोगों ने पथराव किया था। बताया जा रहा है कि इनमें एक महिला भी शामिल है। इस घटना के बाद से फिलहाल माहौल शांत है, लेकिन तनावपूर्ण बना हुआ है। आज अगर माहौल फिर से गर्माता है तो इंटरनेट बंदी तक की नौबत आ सकती है।