जोधपुर: राजस्थान के जोधपुर से गुजरने वाली लूणी नदी में नहाने गए तीन युवकों की डूबने से मौत हो गई है। तीनों युवक दोस्त थे। एसडीआरएफ की टीम ने तीनों के शवों को बरामद कर लिया है। तीनों के शवों को मोर्चरी में रखवा दिया गया है। एसीपी बोरानाडा नरेंद्र सिंह देवड़ा ने बताया कि पुराना शिकारपुरा के रहने वाले तीन दोस्त 27 साल का अनिल पुत्र जुगलकिशोर,25 साल का राजू राम पुत्र सुमेरराम एवं 22 साल का करण दास पुत्र सोहनदास आज दिन में अपनी बाइक लेकर लूणी नदी पर नहाने पहुंचे।
तीनों के कपड़े नदी के किनारे पड़े थे। दोपहर में किसी ने सूचना दी कि नदी में कोई डूबा है। इस पर लूणाी थानाधिकारी हुकम सिंह,एसीपी नरेंद्र सिंह देवड़ा आदि वहां पहुंचे। नदी किनारे कपड़े देखने के साथ बाद में गोताखोरों की टीम को बुलाया गया। मौके पर एसडीआरएफ को भी बुलाया गया। देर शाम इन तीनों के शव पानी से बाहर निकाले गए। तीनों की पहले ही मौत हो चुकी थी। वे गहरे पानी में चले गए थे।
एसीपी बोरानाडा नरेंद्र सिंह देवड़ा के अनुसार तीनों दिन मेें अपने घर से निकले थे। दोपहर में यहां लूणी नदी में नहाने के इरादे से आए थे। तीनों की डूबने से मौत हो गई। शवों को कार्रवाई के लिए अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। शनिवार को अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन के सामने ग्रामीणों ने रखी मांग
वही ग्रामीणों ने मांग की है कि इन दिनों लूनी नदी में हादसे ज्यादा हो रहे हैं। ऐसे में जिला प्रशासन को चाहिए की लूणी गांव के आसपास किसी भी जगह पर कंट्रोल रूम बनाकर एक एनडीआरएफ की टीम या टुकड़ी यहां पर लगाई जाए। जिससे हादसा होने के तुरंत बाद एनडीआरएफ की टीम और गोताखोर लोगों को समय रहते बाहर निकाल सके। दरअसल पिछले दिनों लूनी नदी के बहाव में फंसे 15 लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को आने में 4 से 5 घंटे लग गए थे और आज भी इस हादसे में टीमों को पहुंचने में 4 से 5 घंटे लगे जिसको लेकर ग्रामीणों ने लूणी में ही गोताखोरों की टीम की मांग की है।