बेंगलोर : श्री आईमाताजी सांस्कृतिक सेवा मंडल, के सदस्यों ने पारंपरिक वेशभूषा के साथ हाथों में केसरिया ध्वज थाम कर राजस्थानी लोकगीतों के साथ दशहरा महोत्सव का समापन रविवार को हुआ। असत्य पर सत्य की जीत के पर्व विजयादशमी पर २० फूट रावण के पुतले का भी दहन किया गया। बच्चों से लेकर बुजुर्गों ने बुराई के प्रतीक रावण दहन पर तालियां बजाकर भगवान राम का स्वागत करते हुए जय श्रीराम के नारा लगाया।

कार्यक्रम के तहत प्रतिदिन गरबा एवं माता की महाआरती का आयोजन किया गया। इसके साथ ही हवन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ। कार्यक्रम में अध्यक्ष कालुराम भायल, सचिव वालाराम गेहलोत, प्रकाश भायल, जगदीश भायल, ढगलाराम बर्फा, नारायणलाल राठौड़, सुराराम राठौड़, रतन राठौड़, लादूराम आगलेचा आदि उपस्थित रहे।
