जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर में सोमवार से 32 देशों के उद्योगपतियों का तीन दिवसयी ‘महाकुंभ’ शुरू होगा। राजस्थान के विकास के लिए सूबे की भजनलाल सरकार की ओर से आयोजित किए जा रहे ‘राइजिंग राजस्थान’- ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के लिए यहां 32 देशों के उद्योगपति आएंगे। इनमें 17 देश ‘पार्टनर कंट्री’ होंगे। भजनलाल सरकार के इस मेगा इवेंट का उद्धाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। राइजिंग राजस्थान के लिए अब तक 30 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों के लिए एमओयू किये जा चुके हैं।
राइजिंग राजस्थान के लिए जयपुर को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। पीएम नरेन्द्र मोदी समारोह में सुबह 9 बजे उद्घाटन भाषण देंगे। इंवेस्टमेंट समिट का आयोजन जयपुर के सीतापुरा में स्थित एक्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर (जेईसीसी) में होगा। समारोह में 5000 से अधिक गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे। इनमें कारोबार और व्यापार जगत के दिग्गजों समेत राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं, निवेशक, प्रतिनिधि और अन्य प्रतिभागी भाग लेंगे। बड़े उद्योगपतियों में कुमार मंगलम बिड़ला, अनिल अग्रवाल, गौतम अडानी, आनंद महिंद्रा, संजीव पुरी और अजय एस। श्रीराम समेत जापान के राजदूत केइची ओएनओ शामिल हैं।
पीएम मोदी ‘राजस्थान ग्लोबल बिजनेस एक्सपो’ का भी उद्घाटन करेंगे
समारोह को लेकर तैयारियां जोरों पर है। सीएम भजनलाल शर्मा खुद एक-एक चीज को बारिकी से देख रहे हैं। समारोह में पीएम मोदी ‘राजस्थान ग्लोबल बिजनेस एक्सपो’ का भी उद्घाटन करेंगे। समारोह की शुरुआत मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के स्वागत भाषण से होगी। उसमें वे राज्य के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों, राज्य सरकार के एजेंडे और अगले 5 बरसों में राज्य की अर्थव्यवस्था को दोगुना करके 350 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाने के लक्ष्य के बारे में चर्चा कर सकते हैं।
शिखर सम्मेलन में 16 भागीदार देशों और 20 अंतरराष्ट्रीय संगठनों सहित 32 से अधिक देश भाग लेंगे। पीएमओ ने कहा कि महिला सशक्तीकरण और वित्तीय समावेश के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री पानीपत में ‘बीमा सखी योजना’ की शुरुआत करेंगे।
भारतीय जीवन बीमा निगम की यह पहल 18-70 वर्ष की आयु की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए तैयार की गई है। प्रधानमंत्री भावी बीमा सखियों को नियुक्ति प्रमाणपत्र भी वितरित करेंगे। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री करनाल में महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर की आधारशिला भी रखेंगे। मुख्य परिसर और छह क्षेत्रीय अनुसंधान केन्द्र 495 एकड़ में फैले हुए हैं, जिन्हें 700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से स्थापित किया जाएगा। विश्वविद्यालय में स्नातक और स्नातकोत्तर अध्ययन के लिए बागवानी का एक कॉलेज होगा और 10 बागवानी विषयों को कवर करने वाले पांच स्कूल होंगे। यह बागवानी प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए फसल विविधीकरण और विश्व स्तर के अनुसंधान की दिशा में काम करेगा।
समिट में ये देश होंगे शामिल
इस तीन दिवसीय इंवेस्टमेंट समिट के दौरान प्रतिभागी देशों और राजस्थान के बीच सहयोग तथा साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए कुल 8 देशों के लिए कंट्री सेशन्स और राउंड टेबल का आयोजन किया जा रहा है। समिट में डेनमार्क, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, स्विट्जरलैंड, मलेशिया, स्पेन, क्यूबा, ब्राजील, कोस्टा रिका, वेनेजुएला, मोरक्को, अर्जेंटीना, नेपाल, ओमान, पोलैंड और थाईलैंड शामिल हैं. अन्य देश जो विभिन्न क्षमताओं में इस इन्वेस्टमेंट समिट में भाग ले रहे हैं उनमें अमेरिका, यूके, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, मिस्र, फिनलैंड, घाना, इराक, रूस, सेशेल्स, चाड, इक्वाडोर, मेडागास्कर, पैराग्वे और जिम्बाब्वे शामिल हैं।