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Sunday, February 16, 2025

वसुंधरा राजे और रविंद्र भाटी मुलाकात के सियासी मायने

पहले सीएम और अब राजे से मुलाकात, किस ओर बढ़ रहे शिव विधायक भाटी के कदम? क्या है गुफ्तगू के मायने?”

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे गुरुवार को जोधपुर पहुंचीं। एयरपोर्ट पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। राजे शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह राठौड़ के पुत्र के विवाह के बाद आयोजित आशीर्वाद समारोह में शिरकत करने पहुंची थीं। मीडिया के सवालों पर वसुंधरा ने कहा, “मैं विवाह समारोह में आई हूं, राजनीति के बारे में कोई बात नहीं करूंगी।”

लेकिन इसके बाद, राजस्थान में सियासी हलचल तेज हो गई। रविंद्र सिंह भाटी, जिन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था, का भाजपा नेताओं से लगातार मिलने का सिलसिला जारी है। अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या भाटी भारतीय जनता पार्टी जॉइन करने वाले हैं? इससे पहले, उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से भी मुलाकात की थी, और अब एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मुलाकात की है। इस मुलाकात ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है।

वसुंधरा राजे और भाटी की मुलाकात

जोधपुर एयरपोर्ट पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और रविंद्र सिंह भाटी के बीच मुलाकात हुई। इस मुलाकात के बाद से यह सवाल उठने लगा है कि क्या भाटी भाजपा में शामिल हो रहे हैं? पिछले लोकसभा चुनाव के पहले भी भाटी के भाजपा में शामिल होने की चर्चा थी, लेकिन तब बात नहीं बन पाई। इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से भी मुलाकात की थी और दोनों ने जोधपुर से उदयपुर तक हवाई यात्रा भी की थी। इस मुलाकात के बारे में कुछ स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई, लेकिन अब भाटी की राजे से मुलाकात ने राजनीतिक अटकलों को फिर से हवा दे दी है।

सोलर कंपनी विवाद और भाटी का दबदबा

सोलर कंपनी के साथ विवाद में भाटी ने मध्यस्थता की थी, जिसके बाद 8500 करोड़ का निवेश अटक गया था। इसके बाद सोलर कंपनी ने भाटी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई थी। भाटी ने इसके खिलाफ मानहानि का दावा करने का संकेत दिया था। इस दौरान भाटी के साथ एक अधिकारी को डांटते हुए उनका वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसके बाद माना जा रहा है कि उस अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया। इन घटनाओं ने भाटी के क्षेत्र में दबदबे और सरकार से मिली समर्थन की अटकलों को और मजबूत किया है।

राजे और भाटी की मुलाकात से सियासी बाजार में हलचल

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और रविंद्र सिंह भाटी की मुलाकात ने राजनीतिक जानकारों के बीच हलचल पैदा कर दी है। क्या यह मुलाकात भाटी को भाजपा में वापस लाएगी? क्या राजे इस बार भाटी को भाजपा में शामिल कराने की भूमिका निभाएंगी? यह सवाल अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन चुका है।

महाकुंभ का जिक्र

वसुंधरा राजे ने 144 साल बाद महाकुंभ के संयोग का जिक्र किया और अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मौनी अमावस्या राजमाता विजयाराजे सिंधिया की पुण्यतिथि है, और इस दिन दर्शन का विशेष महत्व है। इस दौरान उनके साथ राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री अर्जुन लाल गर्ग, शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह राठौड़, जेडीए के पूर्व चेयरमैन डॉ. महेंद्र सिंह, भाजपा नेता सुनील सीरवी, नरेश सुराणा सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री की वसुंधरा से मुलाकात

बुधवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मुलाकात की थी। यह मुलाकात राजे के सिविल लाइंस स्थित सरकारी आवास पर हुई। हाल ही में, दिल्ली में पीएम मोदी से राजे की मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री की राजे से यह मुलाकात और भी अहम हो गई है।

सियासी पेच और बढ़ते संकेत

अब इन मुलाकातों और घटनाओं के बीच सवाल उठ रहे हैं कि क्या रविंद्र सिंह भाटी भाजपा में शामिल होंगे, और अगर ऐसा हुआ तो यह राजस्थान की राजनीति में एक नया मोड़ ले सकता है।

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