गुजरात पुलिस ने आरोप लगाया है कि इस महीने की शुरुआत में कच्छ जिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की फर्जी छापेमारी की घटना का मुख्य आरोपी आम आदमी पार्टी (आप) का कार्यकर्ता है और अवैध रूप से अर्जित धन से पार्टी की गतिविधियों को वित्तपोषित करता था।
वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) की गुजरात इकाई के नेता गोपाल इटालिया ने पुलिस के इन दावों का खंडन किया है और उस पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दबाव में काम करने का आरोप लगाया है।
पुलिस ने इस मामले में चार दिसंबर को अब्दुल सत्तार मजोठी सहित कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया था। इन लोगों पर दो दिसंबर को गांधीधाम में फिल्मी अंदाज में फर्जी ईडी अधिकारी बनकर छापा मारने और 22.25 लाख रुपये के आभूषण चुराने का आरोप है।
कच्छ (पूर्व) के पुलिस अधीक्षक सागर बागमर ने बताया कि पुलिस रिमांड में मजोठी ने खुलासा किया कि कुछ महीने पहले भुज सर्किट हाउस में उसकी मुलाकात आप की गुजरात इकाई के वरिष्ठ नेताओं इटालिया और मनोज सोरठिया से हुई थी।
उन्होंने कहा कि पुलिस वित्तीय लेखा-जोखा सहित मजोठी के धनराशि के लेन-देन की जांच करेगी और यदि आवश्यक हुआ तो जांच अधिकारी अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं को भी पूछताछ के लिए बुलाएंगे।
पुलिस अधीक्षक बागमर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ आरोपियों की 11 दिन की रिमांड के दौरान खुलासा हुआ है कि कुछ दिन पहले राधिका ज्वैलर्स पर की गई फर्जी ईडी छापेमारी का मास्टरमाइंड अब्दुल सत्तार मजोठी आप का कार्यकर्ता है। वह अवैध रूप से अर्जित धन से पार्टी की गतिविधियों को वित्तपोषित किया करता था। ’’
उन्होंने बताया कि मजोठी का आपराधिक इतिहास है और उस पर जामनगर और भुज में हत्या और हत्या के प्रयास के मामले दर्ज हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि फर्जी छापेमारी के दौरान मजोठी लगातार आभूषण की दुकान के पास मौजूद था और अवैध गतिविधि पर नजर रख रहा था।
इस बीच, आप नेता इटालिया ने पुलिस के दावों का खंडन करते हुए उन्हें निराधार बताया है।
इटालिया ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम सभी जानते हैं कि हम पुलिस पर कितना भरोसा कर सकते हैं, खासकर तब जब भाजपा सरकार का उन पर पूरा नियंत्रण हो। पुलिस झूठे आरोप लगा रही है और उन्हें अपनी बात साबित करने के लिए उचित विवरण के साथ सामने आना चाहिए।