दिल्ली चुनाव 2025: मनीष सिसोदिया फिर बनेंगे डिप्टी सीएम, केजरीवाल का बड़ा वादा
नई दिल्ली: दिल्ली में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी माहौल गरमा गया है। जनता को लुभाने के लिए राजनीतिक दल एक के बाद एक बड़े वादे और घोषणाएं कर रहे हैं। इस कड़ी में आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि अगर आप की सरकार बनी, तो मनीष सिसोदिया फिर से दिल्ली के डिप्टी सीएम होंगे।
केजरीवाल ने जंगपुरा की जनसभा में किया ऐलान
जंगपुरा विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा, “अगर डिप्टी सीएम आपके विधानसभा क्षेत्र से होगा, तो सभी अधिकारी और अफसर फोन पर ही आपके काम कर देंगे। केवल मनीष सिसोदिया ही डिप्टी सीएम नहीं रहेंगे, बल्कि आप सभी डिप्टी सीएम की तरह महसूस करेंगे।”

उन्होंने जनता से अपील की कि वे मनीष सिसोदिया को भारी मतों से जिताकर विधानसभा भेजें। इस बार सिसोदिया जंगपुरा विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले वे पटपड़गंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते थे। इस बार पटपड़गंज सीट से अवध ओझा को टिकट दिया गया है, जो पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
बीजेपी विधायकों पर निशाना
केजरीवाल ने अपने संबोधन में बीजेपी विधायकों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “पिछली बार दिल्ली की 8 विधानसभा सीटों पर बीजेपी के विधायक जीते थे। उन्होंने अपने क्षेत्रों में कोई काम नहीं होने दिया। इन विधायकों ने अपनी-अपनी विधानसभा को नर्क बना दिया। इस बार ऐसी गलती मत करना।”
गुंडागर्दी बनाम विकास का मुद्दा
अरविंद केजरीवाल ने अपने भाषण में कहा, “अगर आप अपने क्षेत्र में विकास चाहते हैं, तो मनीष सिसोदिया को वोट दें। उनके सामने जो उम्मीदवार खड़ा है, वह गुंडागर्दी करता है। अगर गुंडागर्दी चाहिए, तो उसे वोट देना, लेकिन अगर विकास चाहिए, तो मनीष सिसोदिया को विधानसभा भेजना।”
AAP का घोषणा पत्र जारी होने की संभावना
सूत्रों के मुताबिक, आम आदमी पार्टी सोमवार को दोपहर 12 बजे अपना घोषणा पत्र (मैनिफेस्टो) जारी कर सकती है। यह घोषणा पत्र अरविंद केजरीवाल और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में जारी किया जाएगा। हालांकि, अभी तक पार्टी की ओर से इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
चुनाव प्रचार जोरों पर
दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान होना है, और 8 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे। आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। सभी राजनीतिक दल बड़े-बड़े वादे कर जनता को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। दिल्ली की जनता अब यह तय करेगी कि वह विकास चाहती है या फिर पुराने वादों और आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति।