यूपी के मेरठ शहर के लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के घनी आबादी वाले सुहेल गार्डन मोहल्ले में एक परिवार के पांच सदस्यों की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। शुक्रवार को पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है। परिवार के शव उनके घर में मिले थे, और मामले में तीन नामजद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) विपिन ताडा ने बताया कि मृतक महिला के परिजनों की शिकायत के आधार पर तीन नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने दो नामजद संदिग्धों और कुछ अन्य को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। एसएसपी ने बताया कि एक संदिग्ध फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सबूत जुटाए जा रहे हैं और उम्मीद है कि मामले का जल्द ही समाधान हो जाएगा।
हत्या का विवरण
बृहस्पतिवार की रात, पुलिस को लिसाड़ी गेट क्षेत्र में स्थित सुहेल गार्डन मोहल्ले के एक घर में पति-पत्नी के शव चादर में लिपटे हुए मिले, जबकि उनकी तीन बेटियों के शव बक्से में छिपाए गए थे। मृतकों की पहचान मोईन उर्फ मोईनुद्दीन (52), उनकी पत्नी आसमां (45) और उनकी तीन बेटियां – अफ्शां (8 वर्ष), अजीजा (4 वर्ष), और अदीबा (1 वर्ष) के रूप में की गई है। सभी पीड़ितों के सिर पर गहरी चोटें थीं और गर्दन पर धारदार हथियार से काटे जाने के निशान थे।
पुलिस की जांच
पुलिस के अनुसार, बच्चों के शव बोरियों में भरकर बक्से में छिपाए गए थे। घर का गेट बाहर से बंद था, और छत के रास्ते घर में घुसने पर शव मिले। इस मामले में आशंका जताई जा रही है कि अपराध में शामिल व्यक्ति परिवार का कोई परिचित हो सकता है।
एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह संकेत मिला है कि यह हत्या पुरानी दुश्मनी का परिणाम हो सकती है। पुलिस ने फोरेंसिक टीम और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ घटनास्थल से साक्ष्य जुटाने की प्रक्रिया तेज कर दी है।
क्या कहते हैं साक्षी?
पुलिस के अनुसार, मोईन के भाई सलीम ने सबसे पहले इस भयावह दृश्य को देखा। वह अपनी पत्नी के साथ मोईन के घर पहुंचे, लेकिन बार-बार दरवाजा खोलने की कोशिशों के बावजूद जब दरवाजा नहीं खोला गया, तो पड़ोसियों की मदद से वे लोग अंदर घुसे और शवों को देखा।
फिलहाल, पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और परिवार की पृष्ठभूमि की भी जांच की जा रही है।