सूरत: गुजरात के सूरत में निर्माणाधीन मेट्रो पुल के खंभों पर रखे जाने के तुरंत बाद कंक्रीट गर्डर या ‘सेक्शन’ में दरार आ गई। अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि एहतियात के तौर पर यातायात को डायवर्ट किया गया है। जिस हिस्से में दरार आई है उसे बदला जाएगा। गुजरात मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (जीएमआरसी) की तरफ से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि दरार वाला हिस्सा खंभा संख्या -747 और 748 के बीच का है, जो सरोली को कपोदरा से जोड़ने वाली मेट्रो परियोजना के पूर्व-पश्चिम गलियारे का हिस्सा है।
हटाया जाएगा दरार वाला हिस्सा
कंक्रीट गर्डर या ‘सेक्शन’ की अंतिम स्ट्रेसिंग रात 1:30 बजे पूरी की गई और इसे नियमानुसार 24 घंटे तक निगरानी में रखा गया। दोपहर करीब 2:00 बजे एक सेक्शन में दरार आ गई है। बयान में कहा गया है कि पुल की दरार की लगातार निगरानी की जा रही है और यह स्थिर स्थिति में है। कंपनी ने कहा चूंकि पुल का भार अभी भी लॉन्चिंग गर्डर पर है। इसलिए दरार वाले हिस्से को हटाया जा सकता है। जीएमआरसी के महाप्रबंधक (सिविल) योगेन्द्र सिंह चौहान ने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। ऐसे पुलों में हजारों खंड होते हैं और उनमें से किसी एक में ऐसी छोटी-मोटी समस्याएं होना सामान्य बात है। उन्होंने कहा, हम केबलों को हटा देंगे (जो सभी स्पैन खंडों को एक साथ रखते हैं) और उस दरार वाले हिस्से को बदल देंगे।
दो चरणों में हो रहा है निर्माण
सूरत शहर में दो फेज में मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का कार्य पूरा होना है। इसमें से भैंसाण से सारोली तक 18.74 किमी का काम दूसरे फेज में किया जा रहा है। जिसमें 18 स्टेशन बनने हैं। इसमें से 10.559 किमी का काम दिलीप बिल्डकोन और रणजीत बिल्डकोन कंपनी को संयुक्त रूप से सौंपा गया है। मंगलवार को जो स्पान क्षतिग्रस्त हुआ है वह दिलीप बिल्डकोन बना रही है। सामने आया है कि राजकोट के हिरासर एयरपोर्ट की जो केनॉपी टूटी थी, उसका निर्माण भी इसी कंपनी ने किया था। सूरत मेट्रो का पहला चरण 22.77 किमी का है। यह सरथाणा – ड्रीम सिटी को जोड़ेगा। इस रूट पर कुल 20 स्टेशन हैं।
वाहनों को दूसरे रूट पर किया डायवर्ट
मेट्रो पुल के एक हिस्से में दरार के बाद किसी भी हादसे की संभावना को देखते इस इलाके में ट्रैफिक की आवाजाही रोक दी गई। वाहनों को दूसरे रूट पर डायवर्ट किया गया। अग्निशमन विभाग की एक टीम को भी वहां तैनात किया गया है। घटना की सूचना पर सरोली पुलिस भी मौके पर पहुंची थी। वहीं मेट्रो प्रोजेक्ट के कार्यकारी निदेशक प्रशांत कुलकर्णी ने कहा कि टीम मामले की जांच में जुटी है। प्रारंभिक जांच के बाद ही इसका कारण पता चल सकेगा।
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