उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। इसमें 116 से अधिक लोगों की मौत हुई हौ जबकि सैकड़ों जख्मी हैं। कई लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। हादसा हाथरस जिले से 47 किलोमिटर दूर फुलरई गांव में हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के हाथरस में मंगलवार को हुई भगदड़ में मरने वालों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। इस घटना में घायल लोगों को 50-50 हजार रुपये की सहायता दी जाएगी। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने इसकी जानकारी दी। हाथरस जिले के सिकंदराराऊ क्षेत्र में आयोजित एक सत्संग में मंगलवार को भगदड़ मच गई, जिसमें 116 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हैं। यह घटना पुलराई गांव में सत्संग में हुई, जिसमें शामिल होने के लिये बड़ी संख्या में लोग आए थे।
अनुग्रह राशि की घोषणा करते हुए पीएमओ ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाथरस में हुई दुर्घटना में प्रत्येक मृतक के निकट संबंधी को पीएमएनआरएफ (प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष) से दो लाख रुपये की अनुग्रह-राशि देने की घोषणा की है। दुर्घटना में घायल लोगों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे।”
पीएम मोदी ने इससे पहले लोकसभा से इस दु:खद घटना की सूचना दी थी। उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर सदन में हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि उन्हें हाथरस में एक कार्यक्रम में भगदड़ की दुखद सूचना मिली है, जिसमें कुछ लोग हताहत हुए हैं। उन्होंने अपनी ओर से और सदन की ओर से घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
हाथरस हादसे को लेकर मोदी ने योगी को किया फोन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की और राहत एवं बचाव कार्यो की जानकारी हासिल की। प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट कर यह जानकारी साझा की। उन्होने लिखा, “यूपी सरकार सभी पीड़ितों की हरसंभव सहायता में जुटी हुयी है। मेरी संवेदनाये उन लोगों के साथ है जिन्होने इस हादसे में अपने प्रियजनो का खोया है। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। ”
हादसे के बाद राहत एवं बचाव कार्य पर मुख्यमंत्री पैनी नजर बनाए हुये हैं। उनके बुधवार को घटनास्थल का दौरा किये जाने की संभावना है। योगी ने हादसे के तुरंत बाद मंत्रियों और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम को सक्रिय करते हुये उन्हे मौके पर जाकर पीड़ितों की मदद करने का निर्देश दिया। सीएम योगी के निर्देश पर राज्य के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार हाथरस के लिये रवाना हो गए। वहीं प्रदेश सरकार के दो वरिष्ठ मंत्री भी हाथरस में मौजूद हैं। हादसे के बाद पीड़ितों की पहचान और उन्हे मदद पहुंचाने की गरज से हेल्पलाइन नंबर 0572-2227041,42 जारी किया गया है।
क्या है पूरा मामला?
हाथरस के फुलरई में एक सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। इस घटना में कई लोगों के घायल होने की भी ख़बर है।प्राप्त जानकारी के अनुसार, रतिभानपुर में एक बाबा के सत्संग के दौरान अचानक भगदड़ मच गई। इसमें कई महिलाएं और बच्चे भी घायल हो गए. प्रशासन और राहत दल मौके पर पहुंचकर घायलों को अस्पताल पहुंचाने का काम कर रहा है। भगदड़ में लोग एक दूसरे को रौंदते चले गए । इस हादसे में घायलों को मेडिकल कॉलेज एटा भेजा गया है।
अखिलेश यादव ने यूपी सरकार को घेरा
हाथरस में हुई भगदड़ को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि यह जानकारी हमें तब मिली जब हम संसद में थे, सवाल यह है कि जब ऐसी घटना हुई तो सरकार क्या कर रही थी? इतने सारे लोगों की जान चली गई है। यह दुखद है कि अगर सरकार को पता था कि किसी कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग जुटेंगे, तो उन्होंने उनकी सुरक्षा के लिए क्या किया? उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इस हादसे के लिए सरकार जिम्मेदार है। मृतकों के परिजनों को सहायता प्रदान की जाए।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, “उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए दुखद हादसे से मुझे गहरा दुख हुआ है। इस हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। ईश्वर उन्हें यह दुख सहने की शक्ति दे। स्थानीय प्रशासन राहत कार्य में जुटा है। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, “उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ के कारण कई श्रद्धालुओं की मौत की खबर बेहद दुखद है।” मैं सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। मैं सरकार और प्रशासन से अनुरोध करता हूं कि घायलों को हर संभव उपचार और राहत प्रदान करें।”