मणिपुर पर राज्यसभा में हंगामा, AAP सांसद संजय सिंह पूरे सत्र के लिए निलंबित, पीयूष गोयल लाए प्रस्ताव

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आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को सोमवार को उच्च सदन में हंगामा और आसन के निर्देशों का उल्लंघन करने के लिए वर्तमान मानसून सत्र की शेष अवधि तक के लिए निलंबित कर दिया गया। सभापति जगदीप धनखड़ ने प्रश्नकाल में सिंह को निलंबित करने की घोषणा की। इससे पहले आसन के समीप आए सिंह के नाम का सभापति ने उल्लेख किया। आसन द्वारा किसी सदस्य के नाम का उल्लेख किए जाने पर उस सदस्य को तत्काल सदन से बाहर जाना होता है और वह पूरे दिन सदन की कार्यवाही में भाग नहीं ले सकता।

इसके बाद सदन के नेता पीयूष गोयल ने सिंह को मौजूदा सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव करते हुए कहा कि आप सदस्य का आचरण सदन की गरिमा के अनुकूल नहीं है। हंगामे के बीच ही गोयल के प्रस्ताव को सदन ने ध्वनिमत से मंजूरी दे दी।

सभापति ने कहा कि आप सदस्य सिंह ने बार-बार आसन के निर्देशों का उल्लंघन किया है, इसलिए उन्हें इस सत्र के शेष समय के लिए सदन से निलंबित किया जाता है। इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही दोपहर बारह बजकर 12 मिनट पर अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। गौरतलब है कि उच्च सदन में संजय सिंह सहित आम आदमी पार्टी के 10 सदस्य हैं।

इसके बाद जब बेंगलुरु की बैठक की तिथि घोषित हुई, तो दोबारा से केजरीवाल, विपक्ष की मीटिंग में शामिल होने को लेकर आनाकानी करने लगे। उस वक्त नीतिश कुमार और ममता बनर्जी ने मध्यस्थ की भूमिका निभाई। इस बाबत सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे से बात की गई। बैठक से 48 घंटे पहले कांग्रेस पार्टी ने केजरीवाल की बात मानकर उन्हें अध्यादेश को लेकर ‘आप’ को समर्थन दे दिया। इससे पहले केजरीवाल ने अध्यादेश के मामले को लेकर बिहार के सीएम नीतिश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, पश्चिम बंगाल की सीएम एवं टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की थी। बेंगलुरु की बैठक में 26 विपक्षी पार्टियों ने मिलकर अपने गठबंधन का नाम ‘इंडिया’ रखा। कांग्रेस और केजरीवाल के बीच दूरियां कुछ कम होने लगीं। हालांकि दिल्ली सरकार के अध्यादेश के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी को अपने ही नेताओं की नाराजगी झेलनी पड़ी। केजरीवाल ने मल्लिकार्जुन खरगे के जन्मदिन पर उन्हें ट्वीट कर बधाई दी।

राजनीतिक जानकारों का कहना है, चंद दिनों पहले ही ‘इंडिया’ का गठन हुआ है। बेंगलुरु की बैठक के बाद नीतीश कुमार और लालू यादव को लेकर खटपट की अपुष्ट खबरें आई थीं। हालांकि नीतीश कुमार ने उन खबरों का खंडन किया था। विपक्षी एकता की कड़ी में कांग्रेस और ‘आप’ को अहम माना जा रहा था। आम आदमी पार्टी को छोड़कर कांग्रेस की पटरी दूसरे दलों के नेताओं के साथ तो बैठ रही थी, मगर ‘आप’ के साथ दिक्कत थी। चूंकि ‘आप’ को राष्ट्रीय पार्टी को दर्जा मिल चुका है, ऐसे में विपक्षी खेमें में केजरीवाल को हल्के में नहीं लिया जा सकता था। विपक्षी एकता की मजबूती के लिए कांग्रेस और आप का साथ, आना जरूरी था। अब आप सांसद संजय सिंह, मणिपुर के मुद्दे को लेकर राज्यसभा के पूरे सत्र के लिए निलंबित हुए हैं। ये देखना होगा कि उनके निलंबन के खिलाफ अब 26 पार्टियां एक स्वर में विरोध करती हैं या नहीं। इस मामले में कांग्रेस पार्टी पर ही सभी की निगाहें टिकी हैं।

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