नई दिल्ली: ओम बिरला एक बार फिर लोकसभा अध्यक्ष चुन लिए गए हैं। पीएम मोदी ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा और एनडीए के सभी सांसदों ने इसका सपोर्ट किया। ध्वनि मत से प्रस्ताव पर वोटिंग हुई, जिसमें ओम बिरला एक बार फिर लोकसभा स्पीकर चुन लिए गए। इस दौरान बेहद खास तस्वीर सामने आई जब पीएम मोदी खुद ओम बिरला के पास पहुंचे और हाथ मिलाया। विपक्ष की ओर से राहुल गांधी को भी बुलाया और हाथ मिलाया। फिर राहुल गांधी ओम बिरला को स्पीकर चुने जाने पर बधाई देने पहुंचे। कांग्रेस सांसद ने भी ओम बिरला से हाथ मिलाया। इसके बाद पीएम मोदी और राहुल गांधी ओम बिरला को स्पीकर पद के आसन तक लेकर गए।
बिरला को ध्वनिमत से 18वीं लोकसभा का नया स्पीकर चुना गया। ध्वनिमत पर विपक्ष ने डिविजन की मांग नहीं की। ओम बिरला के नाम पर विपक्ष का विरोध न करना मोदी सरकार के लिए भी किसी सरप्राइज से कम नहीं रहा। उम्मीद यही की जा रही थी कि विपक्ष वोटिंग की मांग करेगा और फिर पूरी प्रक्रिया के तहत मतदान होगा। लेकिन अचानक ट्विस्ट तब आया जब ध्वनिमत से बिरला को अध्यक्ष चुने जाने पर विपक्ष ने वोटिंग की मांग ही नहीं रखी और इसे मान लिया।
दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष बने ओम बिरला
पीएम मोदी ने दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष बनने पर ओम बिरला को बधाई दी। कोटा से तीसरी बार के सांसद ओम बिरला ने दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष का बनकर इतिहास रच दिया है। लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष बनने वाले वह तीसरे शख्स हैं। उनसे पहले बलराम जाखड़ 9 सालों तक स्पीकर रहे थे।अगर बिरला पूरे 5 सालों तक स्पीकर बने रहते है,तो यह एक रिकॉर्ड बनेगा। अब तक कोई भी 10 सालों तक स्पीकर नहीं रहा है।
ध्वनिमत से स्पीकर चुने गए ओम बिरला
ओम बिरला के लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि हमारा विश्वास है कि आप आने वाले पांच साल तक हम सभी का मार्गदर्शन करते रहेंगे। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अध्यक्ष पद के लिए ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा था, जिसका रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अनुमोदन किया। इस प्रस्ताव को प्रोटेम स्पीकर (कार्यवाहक अध्यक्ष) भर्तृहरि महताब ने सदन में मतदान के लिए रखा और इसे सदन ने ध्वनिमत से मंजूरी दे दी। इसके बाद कार्यवाहक अध्यक्ष महताब ने बिरला को लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा की। पीएम मोदी और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू बिरला को अध्यक्षीय आसन तक लेकर गए। जब बिरला ने अध्यक्षीय आसन ग्रहण किया तो मोदी, राहुल गांधी और रीजीजू ने उन्हें बधाई और शुभकामना दी।
विपक्ष ने ओम बिरला के सामने के सुरेश को उम्मीदवार बनाया था। लेकिन जब चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई तो विपक्ष ने डिविजन की मांग नहीं की। जिसके बाद ध्वनिमत से ही बिरला को अध्यक्ष चुन लिया गया। बता दें कि सूत्रों के हवाले से ये जानकारी पहले ही सामने आई थी कि विपक्ष संभवतः वोटिंग के लिए दबाव नहीं बनाएगा। अगर ध्वनिमत से चुनाव परिणाम आ जाता है तो उसे मान लिया जाएगा। कल रात मल्लिकार्जुन खरगे के घर इंडिया गठबंधन की बैठक हुई थी। बैठक में रामगोपाल यादव और कुछ अन्य नेताओं ने ये प्रस्ताव रखा था। नेताओं का कहना था कि इंडिया गठबंधन के पास संख्या बल नहीं है। वहीं इंडिया गठबंधन के कुछ सांसद गैर हाज़िर भी रहेंगे। ऐसे में अगर वोटिंग हुई तो इंडिया गठबंधन की संख्या और कम दिखेगी, जबकि एनडीए संख्याबल में बेहद मज़बूत दिखेगा।
राहुल गांधी ने दी बधाई
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने स्पीकर निर्वाचित होने पर ओम बिरला को बधाई देते हुए कहा कि विपक्ष सरकार के साथ सहयोग करना चाहता है. सरकार के पास पॉलिटिकल पावर ज्यादा है लेकिन विपक्ष भी भारत का प्रतिनिधित्व करता है. हमें भरोसा है कि आप हमारी आवाज हमें उठाने देंगे. विपक्ष की आवाज दबाना अलोकतांत्रिक है. विपक्ष आपकी पूरी मदद करेगा.
सदन आपके इशारे पर चले, इसका उल्टा न हो: अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने स्पीकर चुने जाने पर ओम बिरला को बधाई देते हुए कहा कि निष्पक्षता इस महान पद की महान जिम्मेदारी है. लोकसभा स्पीकर के रूप में आप सबको बराबर मौका देंगे. आपका अंकुश विपक्ष पर तो रहता ही है, आपका अंकुश सत्तापक्ष पर भी रहे. आपके इशारे पर सदन चले, इसका उल्टा न हो। किसी भी जनप्रतिनिधि का निष्कासन जैसा न हो।
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