बालासोर। ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार की शाम हुए भीषण ट्रेन हादसे ने सिर्फ उड़ीसा ही नहीं बल्कि पूरे देश को झंझोर कर रख दिया है। इस दर्दनाक हादसे में 280 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, वही एक हजार से ज्यादा लोग अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं। इन सबके बीच कई बड़े दिक्कत नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं। कोई हादसे की अलग वजह बता रहा है तो कोई रेल मंत्री से इस्तीफा मांग रहा है।
हादसा बालासोर के बहानगा बाजार स्टेशन के पास शाम करीब 7 बजे हुआ। दो पैसेंजर ट्रेन और एक मालगाड़ी के बीच हुई भयानक टक्कर के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं। टक्कर इतनी भीषण थी किड़कियों के कांच टूट गए और करीब 50 लोग बाहर जाकर गिरे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शनिवार को ओडिशा के बालासोर में ट्रेन हादसे वाली जगह पर पहुंचें थे। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों से घटना की जनकारी ली। PM मोदी ने घटनास्थल पर पहुंचकर मौजूद अधिकारियों से बातचीत की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर कैबिनेट सचिव और स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से सीधे बात की। PM मोदी ने अधिकारियों से लोगों के अच्छे इलाज की व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
बता दें कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हादसे की सीबीआई जांच का एलान किया है। इस बड़े हादसे के बाद प्रशासन के साथ ही स्थानीय लोग भी जरूरतमंदों की मदद करने लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं। इस बीच अब इस झंझोर देने वाले हादसे में किसी ने अपना परिवार खोया तो किसी ने अपने माता-पिता। किसी की उम्मीदें टूटी तो किसी का सहारा। इस हादसे में ऐसे बहुत से लोग है जिनका अब परिवार में कोई नहीं बचा बहुत से बच्चे अनाथ हो गए हैं, जो अब किनके सहारे रहेंगे। ऐसे में देश के जाने माने बिजनेसमैन गौतम अडानी ने मदद का हाथ आगे बढ़ाया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि “हमने फैसला लिया है कि जिन मासूमों ने इस हादसे में अपने अभिभावकों को खोया है उनकी स्कूली शिक्षा की जिम्मेदारी अडाणी समूह उठाएगा। पीड़ितों एवं उनके परिजनों को संबल और बच्चों को बेहतर कल मिले यह हम सभी की संयुक्त जिम्मेदारी है”।
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