विशाखापत्तनम: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 को आज भारत से लेकर अमेरिका तक पूरे उत्साह और समर्पण के साथ मनाया गया। लोगों ने योग के जरिए न सिर्फ तन और मन को संतुलित करने का संकल्प लिया, बल्कि स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने का संदेश भी दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में भाग लिया, जहां उनके साथ मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी मौजूद रहे। इस वर्ष योग दिवस की थीम “योगा फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ” रखी गई, जो धरती और मानव स्वास्थ्य के आपसी संबंध को रेखांकित करती है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर कहा कि योग सीमाओं, उम्र या पृष्ठभूमि से परे होकर दुनिया को जोड़ने का संदेश देता है। उन्होंने याद दिलाया कि जब भारत ने संयुक्त राष्ट्र में योग दिवस का प्रस्ताव रखा था, तो 175 देशों ने इसका समर्थन किया था। आज योग करोड़ों लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुका है। उन्होंने इसे मानवता के लिए योग 2.0 की शुरुआत बताया और आंतरिक शांति को वैश्विक नीति बनाने का आह्वान किया।
देशभर के धरोहर स्थलों से लेकर न्यायपालिका तक योग उत्सव
नई दिल्ली: इस मौके पर देशभर में 100 ऐतिहासिक और 50 सांस्कृतिक स्थलों पर विशेष योग सत्र आयोजित किए गए, जिनमें असम का चराईदेव मोइदम, गुजरात की रानी की वाव और धोलावीरा, मध्य प्रदेश का सांची स्तूप, ओडिशा का कोणार्क सूर्य मंदिर, महाराष्ट्र की एलीफेंटा गुफाएं और तमिलनाडु का वृहदेश्वर मंदिर प्रमुख रहे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में भारतीय सेना के जवानों के साथ योग किया, जबकि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जोधपुर के मेहरानगढ़ किले में योग सत्र में भाग लिया। दिल्ली, पंजाब, लद्दाख, केरल, जम्मू-कश्मीर और पश्चिम बंगाल के धरोहर स्थलों पर भी लोगों ने उत्साह से योग किया। सुप्रीम कोर्ट परिसर में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA) के नेतृत्व में न्यायाधीशों, डॉक्टरों, छात्रों और आम नागरिकों ने मिलकर योगाभ्यास किया, जबकि AIIA परिसर में दो हजार से अधिक लोगों ने भाग लिया।

न्यूयॉर्क टाइम्स स्क्वायर से वैश्विक मंच तक भारत का योग
न्यूयॉर्क: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी योग दिवस की गूंज सुनाई दी। अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित टाइम्स स्क्वायर पर भारतीय दूतावास और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से एक भव्य योग कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने न केवल भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में योग को लोकप्रिय बनाया है और इसे वैश्विक कल्याण आंदोलन का रूप दिया है। नायडू के अनुसार, इस बार 175 से अधिक देशों के 12 लाख स्थानों पर 10 करोड़ से अधिक लोग योग दिवस कार्यक्रमों में शामिल हुए। यह दर्शाता है कि योग अब केवल भारत की परंपरा नहीं, बल्कि विश्व की साझा सांस्कृतिक धरोहर बन चुका है।