प्रयागराज : प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 में करोड़ों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं, लेकिन इस धार्मिक आयोजन में महिलाओं की निजता से खिलवाड़ करने की चौंकाने वाली घटनाएं सामने आई हैं। कुछ असामाजिक तत्व महिलाओं के स्नान और कपड़े बदलते समय गुप्त रूप से वीडियो और तस्वीरें बना रहे हैं और इन्हें सोशल मीडिया और डार्क वेब पर बेच रहे हैं।
डार्क वेब पर बिक रही हैं तस्वीरें
पुलिस की जांच में सामने आया है कि ये वीडियो और तस्वीरें केवल सोशल मीडिया पर साझा करने के लिए नहीं, बल्कि डार्क वेब के माध्यम से व्यापार के लिए बेची जा रही हैं। डार्क वेब एक एन्क्रिप्टेड नेटवर्क है जिसे आम इंटरनेट यूजर एक्सेस नहीं कर सकता, लेकिन साइबर अपराधी इसका दुरुपयोग करते हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस गोरखधंधे से करोड़ों की कमाई हो रही है।

टेलीग्राम चैनलों पर पेड सब्सक्रिप्शन का खेल
जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि टेलीग्राम, इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म्स पर इन तस्वीरों और वीडियो को टीजर के रूप में अपलोड किया जा रहा है। टेलीग्राम चैनलों में शामिल होने के लिए ₹1,999 से ₹3,000 तक की फीस ली जा रही थी, जहां पूरी सामग्री देखने की अनुमति दी जा रही थी।
100 से अधिक सोशल मीडिया अकाउंट्स पर कार्रवाई
प्रयागराज पुलिस ने इस घिनौने अपराध पर सख्ती दिखाते हुए अब तक 13 एफआईआर दर्ज की हैं और 100 से अधिक सोशल मीडिया अकाउंट्स को ट्रैक कर एक्शन लिया है। पुलिस के अनुसार, कुछ वीडियो और तस्वीरें पोर्न साइट्स पर भी बेची गई हैं।

अखिलेश यादव का भाजपा सरकार पर हमला
इस मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा,
“महाकुंभ में नारी के मान-सम्मान की रक्षा करने में भाजपा सरकार विफल रही है। क्या सरकार इस गोरखधंधे से जीएसटी कमाकर इसका हिस्सा बन रही है?” उन्होंने महिला आयोग से तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
सरकार और प्रशासन पर उठ रहे सवाल
महाकुंभ जैसे विशाल धार्मिक आयोजन में सुरक्षा के इतने कड़े इंतजामों के बावजूद इस तरह की घटनाओं का सामने आना प्रशासन की विफलता को उजागर करता है। यह सवाल खड़ा करता है कि क्या महिलाओं की निजता और सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं या फिर यह साइबर अपराधियों के लिए एक खुला बाजार बन चुका है?
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में कितनी सख्ती से कार्रवाई करता है और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।