जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी भंवरी पत्नी हेमाराम को महाराष्ट्र के पुणे के वेटर इलाके से गिरफ्तार किया है। वहीं दूसरी आरोपी संगीता पुत्री सुखराम को सांचौर से जोधपुर रेंज की सीमा पर साइक्लोन टीम ने गिरफ्तार किया। पुलिस ने दोनों महिला आरोपी करीब 2 साल से फरार चल रही थी। जिसके बाद पुलिस ने दोनों की गिरफ्तारी पर 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित था। पुलिस ने दोनों आरोपी महिलाओं को 2021 में होने वाली रीट परीक्षा में धांधली की मुख्य सूत्रधार होने के चलते इन्हें गिरफ्तार किया गया।
3 महीने पहले छमी विश्नोई को वृंदावन से दबोचा
बता दें कि करीब 3 महीने पहले साइक्लोनर टीम ने इस घोटाले की मुख्य सूत्रधार रही छमी विश्नोई को वृंदावन से गिरफ्तार किया था। आरोपी छमी विश्नोई वृंदावन में भेष बदल कर रह रही थी। इस पर पुलिस टीम ने पुजारिन बनाकर उसे पकड़ने में सफलता हासिल की थी। आरोपी छमी विश्नोई से पुलिस की पूछताछ में संगीता और भंवरी के भी नाम सामने आए। दोनों आरोपियों के फरारी के ठिकानों के बारे में भी पुलिस को अहम जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन ‘बैंच वामर्स’ चलाया। इसके चलते टीम इन दोनों पर पूरी नजर रखे हुए थी।
पुणे और सांचौर में छिपी थी दोनो
इसी बीच पुलिस टीम को आरोपी भंवरी की लोकेशन पुणे और संगीता की लोकेशन सांचौर इलाकों में होने की सूचना मिली। कई दिनों की कड़ी मेहनत के बाद टीम ने पुणे के वेटल इलाके में भंवरी के ठिकानों की पड़ताल कर ली। बाद में किराए पर मकान लेने के नाम पर गायकवाड नगर के ड्रीम होम अपार्टमेंट में किचन डेकोर चलाने वालों के यहां भंवरी की पहचान में सफलता मिली। पुणे पुलिस की सहायता लेकर भंवरी को दस्तयाब किया गया। वहीं शातिर आरोपी संगीता की तलाश में टीम ने सांचौर में छापेमारी की। पुलिस की भनक लगते ही संगीता निजी बस में सवार होकर भाग निकली। साइक्लोनर टीम ने बस का पीछा किया। लेकिन पुलिस टीम को चकमा देकर आरोपी संगीता बीच रास्ते में बस उतरकर जीप में सवार हो गई। इसके बाद पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर गुड़ामालानी के मध्य मार्ग में एक जीप की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस टीम में यह रहे शामिल रहे
रेंज स्तरीय साईक्लोनर टीम के प्रभारी एसआई कन्हैयालाल के नेतृत्व एवं एसआई प्रमित चौहान, हैडकांस्टेबल गजराज सिंह,महेन्द्र कुमार,कांस्टेबल अशोक कुमार, राकेश कुमार,अशोक परिहार,मनीष कुमार शामिल रहे। पहली टीम का नेतृत्व एसआई देवाराम,नगाराम,देवाराम,किशोर स्ट्रोंग टीम एवं थाना गुडामालानी टीम की मुक्ता पारीक,जयकिशन एवं टीम,सांचोर की महिला कांस्टेबल निरमा की भूमिका उल्लेखनीय रही। द्वितीय टीम का नेतृत्व हैडकांस्टेबल महिपाल सिंह के साथ कांस्टेबल गोपाल जाणी,महिला कांस्टेबल किरण की भूमिका रही।