केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान मजाकिया लहजे में अपने सहयोगी रामदास अठावले पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “हमारी चौथी बार सरकार आने की कोई गारंटी नहीं, लेकिन यह जरूर गारंटी है कि रामदास अठावले मंत्री बनेंगे।” इस बयान के बाद गडकरी ने यह भी कहा कि वह ये बात सिर्फ मजाक में कर रहे हैं।
10 से 12 सीटों पर चुनाव लड़ेगी हमारी पार्टी: अठावले
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के अध्यक्ष और तीन बार मंत्री रह चुके रामदास अठावले ने भरोसा जताया कि अगर बीजेपी सत्ता में लौटती है, तो हमारी पार्टी को भी हिस्सेदारी मिलेगी। अठावले ने नागपुर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आरपीआई (A) अगले विधानसभा चुनाव में कम से कम 10 से 12 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
आरपीआई (A) महायुति गठबंधन का हिस्सा
अठावले ने कहा कि उनकी पार्टी विदर्भ के उत्तरी नागपुर, उमरेड (नागपुर), उमरखेड़ (यवतमाल) और वाशिम जैसी सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। इसके साथ ही, उन्होंने महायुति गठबंधन के हिस्से के रूप में बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी से सीटों के बंटवारे की मांग की। आरपीआई (A) महायुति गठबंधन का हिस्सा है, जिसमें बीजेपी, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी शामिल हैं। अठावले ने कहा कि उनकी पार्टी ने 18 संभावित सीटों की सूची तैयार की है, जिसे वह महायुति के साझेदारों के साथ साझा करेगी।
अठावले का राज्य मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी पर दावा
पालघर में एक कार्यक्रम में अठावले ने कहा कि अजित पवार के महायुति में शामिल होने के कारण उनकी पार्टी को कोई मंत्री पद नहीं मिला। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनकी पार्टी को कैबिनेट पद, निगमों के अध्यक्ष पद और जिला स्तरीय समितियों में भूमिकाएं देने का वादा किया गया था, जो अजित पवार के शामिल होने के कारण पूरा नहीं हो सका।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का शेड्यूल
महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों पर नवंबर में चुनाव होने की संभावना है। वर्तमान विधानसभा में बीजेपी के पास 103 विधायक हैं, जबकि शिवसेना के पास 40, एनसीपी के 41, कांग्रेस के 40 और अन्य पार्टियों के 29 विधायक हैं। महाराष्ट्र में बीते कुछ समय से कई बड़ा सियासी उठापटक देखने को मिली है। लोकसभा चुनाव में महायुति गठबंधन उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई थी। अब विधानसभा चुनाव में पार्टी इसकी भरपाई करने की तैयारियों में जुटी है।