तमिलनाडु के मदुरै ज़िले से BJP नेता एमएस शाह को नाबालिग लड़की से यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है। ये गिरफ़्तारी फ़रवरी, 2024 में POCSO एक्ट के तहत दर्ज एक मामले में हुई है। बीते साल इस केस को बंद कर दिया गया था। लेकिन नाबालिग लड़की के साथ यौन संबंध बनाने के नए सबूत के बाद मामले को फिर से खोला गया है। ये नए सबूत आरोपी एमएस शाह के मोबाइल की फ़ॉरेंसिक जांच के बाद सामने आए हैं।
एमएस शाह को मदुरै में 15 वर्षीय छात्रा के साथ कथित यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने लड़की की मां को भी गिरफ्तार कर लिया है, जो कथित तौर पर इस घटना में सहयोगी है। शाह भाजपा की राज्य आर्थिक शाखा के अध्यक्ष हैं। वह मदुरै जिले के थिरुमंगलम के पास आलमपट्टी में एक निजी कला और विज्ञान महाविद्यालय चलाते हैं। वह उस कॉलेज के प्रिंसिपल भी हैं।
कुछ महीने पहले शाह ने कथित तौर पर स्कूली छात्रा को स्कूटर खरीदने के बहाने परेशान किया था। लड़की के पिता ने पिछले साल अप्रैल में मदुरै दक्षिण महिला पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।
इसमें उन्होंने कहा, “एम.एस. शाह अक्सर उनकी बेटी के मोबाइल पर बात करते हैं और अश्लील जानकारी भेजते हैं। ऐसा लगता है कि मेरी पत्नी भी अपनी बेटी को उस जगह ले गई है, जहाँ भाजपा नेता है। उन्होंने बेटी का यौन शोषण भी किया है और वादा किया है कि अगर वह उनके बताए स्थान पर आकर उनके साथ रहेगी तो वह उसे नई स्कूटी खरीद कर देगा। मेरी पत्नी भी इसमें भागीदार है। उन दोनों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।”
POCSO मामला दर्ज
पुलिस ने शाह और छात्रा की मां के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। हालांकि, उस दिन अन्नामायिल में ड्यूटी पर मौजूद महिला इंस्पेक्टर ने यह कहते हुए मामला रद्द कर दिया कि यह झूठी शिकायत थी।
हालाँकि, पुलिस आयुक्त लोगनाथन ने मामले की पुनः जांच के आदेश दिए। जब शाह के मोबाइल फोन और लैपटॉप की जांच की गई तो पता चला कि उसने छात्रा को अश्लील संदेश भेजे थे। यह भी पता चला कि छात्रा की मां भी इस कृत्य में शामिल थी।
इसके बाद छात्रा की मां के खिलाफ फिर से POCSO का मामला दर्ज किया गया और सोमवार 13 जनवरी को दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में उन्हें मदुरै फर्स्ट क्रिमिनल कोर्ट में पेश किया गया। दोनों आरोपियों को 27 जनवरी तक हिरासत में भेज दिया गया है।