करीब एक महीने की देरी के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव का रिजल्ट आ गया है और इस बार का रिजल्ट बड़े बदलाव लेकर आया है। दरअसल, 10 साल के बाद पहली बार NSUI ने अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की है। NSUI के उम्मीदवार रौनक खत्री प्रेजिडेंट पोस्ट का चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने ABVP कैंडिडेट ऋषभ चौधरी को करीब 1300 वोटों के अंतर से हराया है।
कौन हैं रौनक खत्री?
दिल्ली यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई करने वाले रौनक खत्री डूसु चुनाव में NSUI की ओर से अध्यक्ष पद के उम्मीदवार थे। कैंपस में NSUI की ओर से हर प्रकार के धरने में उनकी मौजूदगी देखी जाती थी। रौनक खत्री ने कॉलेज में दाखिला लेने के बाद पीने के पानी की खराब व्यवस्था को लेकर आवाज उठाई थी। लेकिन जब मांग पूरी नहीं हुई तो उन्होंने खुद से कॉलेज कैंपस में मटका रखवाने का काम किया।
कैसे पड़ा ‘मटकामैन’ नाम
इतना ही नहीं उसके बाद से वह हर विरोध प्रदर्शन में मटके के साथ नजर आते थे। तभी से उनका नाम ‘मटकामैन’ पड़ गया। रौनक ने कोर्ट में वॉटर कूलर, WiFi और AC की व्यवस्था के लिए याचिका भी दायर की थी। इसके बाद समस्या का समाधान हुआ। रौनक ने एक मीडिया चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में बताया था कि वह शुरुआत में किसी पार्टी से नहीं जुड़े थे। 2024 में उन्होंने NSUI जॉइन की थी।
कौन कितने वोटों के अंतर से जीता?
अध्यक्ष पद के लिए NSUI के रौनक खत्री 1343 वोटों के अंतर से जीते हैं। उन्हें कुल 20,207 वोट मिले। वहीं एबीवीपी के ऋषभ चौधरी को 18,864 वोट मिले।
उपाध्यक्ष: एबीवीपी के भानु प्रताप ने 8762 वोटों के अंतर से चुनाव जीता। उन्हें 24,166 वोट मिले। एनएसयूआई के यश नांदल को 15,404 वोट मिले।
सचिव: एबीवीपी की मित्रविंदा करनवाल ने 1467 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। उन्हें कुल 16,703 वोट मिले, जबकि एनएसयूआई की नम्रता जेफ मीना को कुल 15,236 वोट मिले।
संयुक्त सचिव: एनएसयूआई के लोकेश चौधरी ने 6726 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। चौधरी को कुल 21,975 वोट मिले, जबकि एबीवीपी के अमन कपासिया को 15,249 वोट मिले।