नई दिल्ली: देश आज 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, इस मौके पर 11वीं बार पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा देश को संबोधित किया गया है। उनकी तरफ से कई बड़े ऐलान हुए हैं, कई मुद्दों पर विस्तार से बात हुई है और इसके ऊपर बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति पर भी बयान दिया गया है। पीएम मोदी ने बांग्लादेश के हिंदुओं को लेकर एक अहम बात बोली है, पड़ोसी मुल्क के भविष्य को लेकर भी चिंता जाहिर की गई है।
स्वतंत्रता दिवस भाषण बांग्लादेश हिंदुओं पर बोले मोदी
बांग्लादेश की हिंसा पर पीएम मोदी ने बोला कि बांग्लादेश को लेकर लोगों की चिंता समझता हूं, हालात जल्दी ही सामान्य होंगे, ऐसी मुझे उम्मीद है। लेकिन मैं इसके साथ-साथ वहां के अल्पसंख्यक, हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित चाहता हूं। भारत हमेशा चाहता है कि पड़ोसी मुल्क शांति के मार्ग पर चले, हम आने वाले दिनों में बांग्लादेश की विकास यात्रा में अहम भूमिका निभाने वाले हैं, हम मानव भलाई के बारे में सोचने वाले लोग हैं। और उसका मुकाबला करने के लिए तैयार हैं।
बांग्लादेश का जिक्र उन्होंने अपने भाषण किया। बांग्लादेश के संदर्भ मे मोदी जी की पॉलिसी हमेशा नेबर फर्स्ट रही है। बांग्लादेश में परिवर्तन भारत के लिए एक झटका है। उन्होंने अपने भाषण में यह जाहिर किया और साथ ही यह भी नए निजाम को यह संदेश दिया कि भारत उसका शुभचिंतक और उसे सुख और शांति के रास्ते पर चलना चाहिए।
PM मोदी ने विपक्ष को दिए बड़े संदेश दुनिया के कई मुल्कों को पीएम ने चेताया
वैसे पीएम मोदी ने बांग्लादेश पर तो बोला ही, उनकी तरफ से बिना नाम लिए चीन और पाकिस्तान का भी जिक्र किया गया। उस बारे में पीएम मोदी ने कहा कि चुनौतियां भीतर भी हैं, चुनौतियां बाहर भी हैं, जैसे आगे बढ़ेंगे चुनौती बढ़ने वाली है, मैं इस बारे में जानता हूं। मैं ऐसी शक्तियों को कहना चाहता हूं कि हमने कभी दुनिया को युद्ध में नहीं झोंका, इसलिए भारत के आगे बढ़ने से विश्व चिंतित ना हो। भारत के संस्कारों को समझें, भारत के इतिहास को समझिए। लेकिन फिर भी मैं देश को कहना चाहता हूं कि चुनौती कितनी भी बड़ी हो, चुनौती को चुनौती देना भारत की फितरत में है, ना हम रुकेंगे ना झुकेंगे। हम संकल्पों की पूर्ति के लिए 140 करोड़ भारतीयों के भाग्य को निर्धारित करने के लिए मेहनत करने वाले हैं।
विरोधियों को पीएम मोदी ने लताड़ा?
अपने भाषण के दौरान पीएम ने विपक्ष पर भी बड़ा हमला किया था। उन्होंने उनकी सोच को देश विरोधी बता डाला था। उनकी तरफ से किसी का नाम तो नहीं लिया गया, लेकिन संकेत साफ रहा। पीएम मोदी ने कहा कि ये भी सच है कि कुछ लोग होते हैं जो प्रगति देख नहीं सकते। कुछ लोग भारत का भला सोच नहीं सकते, जब तक खुद का भला ना हो.. दूसरे का भला अच्छा नहीं लगता।ऐसे लोगों की कमी नहीं, ऐसे लोगों से बचना होगा। वो निराशा में डूबे हैं, मुट्ठी भर ऐसे लोगों को छोड़ दीजिए, ये विनाश का कारण बन जाते हैं। देश को इससे बहुत हानी होती है, इसलिए ऐसे जो छिटपुट लोग हैं, उनसे सावधान, उनकी गोद में विकृति पल रही है, ये विनाश के सपने देख रही है, तोड़ने के प्रयास में लगी है।