पेटीएम की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। केंद्रीय रिजर्व बैंक (RBI) पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड का लाइसेंस रद्द कर सकता है। द हिंदू बिजनेस लाइन की रिपोर्ट में ये बात सामने आई है। अगर ऐसा कुछ हुआ तो पिछले 20 सालों में यह पहली बार होगा जब इस तरह का एक्शन लिया जाएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि बैंक के परिचालन के जरूरी पहलुओं को ध्यान में रखने के लिए एक प्रशासक नियुक्त किया जा सकता है। बता दें, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा तय समय सीमा में अब 2 हफ्ते से भी कम का समय बचा है।
लाइसेंस रद्द करने की आहट ने पेटीएम के शेयरों पर बुरा असर डाला है। सोमवार को 1 प्रतिशत की गिरावट के साथ एनएसई में 410.80 रुपये के लेवल पर ओपन हुए थे। कंपनी के शेयरों का भाव 3.47 प्रतिशत की गिरावट के बाद 400 रुपये के लेवल पर एनएसई में पहुंच गया था। यानी निवेशकों को दुख खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है।
रिपोर्ट्स में कहा गया है कि रेगुलेटरी ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक के अधिग्रहण में इच्छुक कंपनियों कहा साफ शब्दों में कह दिया था कि उन्हें किसी प्रकार की कोई छूट ऑपेरशन में मिलेगी। ऐसे में अधिग्रहण उन्हें अपने रिस्क पर लेना होगा।
क्या है मामला?
रिजर्व बैंक ने कई चेतावनी के बाद 31 जनवरी को पेटीएम पर कठोर फैसला लिया था। सेंट्रल बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक में 15 मार्च 2024 के बाद किसी भी प्रकार के डिपॉजिट्स पर रोक लगाई है। रिजर्व बैंक को बैंक के केवाईसी में कई तरह के समस्याएं दिखी थी।
1 महीने में 46% लुढ़का शेयर
मौजूदा समय में पेटीएम के शेयर 52 वीक लो लेवल 318 रुपये से 27 प्रतिशत की बढ़त हासिल करके ट्रेड कर रहे हैं। हालांकि, कंपनी के शेयर 31 जनवरी की कीमत की तुलना में 46 प्रतिशत की गिरावट के साथ ट्रेड कर रहे हैं।