नई दिल्ली। अचानक बीमार पड़ने या दुर्घटना के शिकार होने पर अस्पताल पहुंचने में कई बार लोगों को सड़क पर जाम का सामना करना पड़ता है। इस जाम के कारण मरीजों की जान को खतरा भी हो सकता है, लेकिन अब इस समस्या का समाधान जल्द ही सामने आने वाला है। भारत में एक स्टार्टअप कंपनी ईप्लेन (ePlane) ने हवा में उड़ने वाली एंबुलेंस लाने की घोषणा की है। इससे मरीजों को ट्रैफिक जाम का सामना नहीं करना पड़ेगा और वे जल्दी अस्पताल पहुंच सकेंगे।
1 बिलियन डॉलर की डील, 788 एयर एंबुलेंस की होगी सप्लाई
ईप्लेन कंपनी ने 1 बिलियन डॉलर से अधिक की डील की है, जिसके तहत 788 एयर एंबुलेंस की सप्लाई की जाएगी। ये एयर एंबुलेंस इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेकऑफ और लैंडिंग (EVTOL) विमान होंगे। इन विमानों को आईसीएटीटी (ICATT) नामक एयर एंबुलेंस सर्विस प्रोवाइडर को सप्लाई किया जाएगा। इन एंबुलेंस को देश के सभी जिलों में तैनात करने की योजना बनाई जा रही है, जिससे मरीजों को ट्रैफिक जाम की वजह से अस्पताल पहुंचने में परेशानी नहीं होगी।
हर साल बनाए जाएंगे 100 एयरक्राफ्ट
ईप्लेन कंपनी के संस्थापक सत्य चक्रवर्ती ने बताया कि उनका उद्देश्य बैटरी से चलने वाले एयरक्राफ्ट विकसित करना है, जिससे शहरी यात्रा में क्रांति लाई जा सके। यह एयरक्राफ्ट यात्रियों को ट्रैफिक जाम से बचाने में मदद करेंगे। 2026 तक कंपनी का लक्ष्य कॉमर्शियल ऑपरेशन शुरू करने का है और इसके लिए हर साल 100 एयरक्राफ्ट बनाने की योजना है।
110 किलोमीटर तक उड़ान भर सकेंगे एयरक्राफ्ट
ईप्लेन के एयरक्राफ्ट की शुरुआती उड़ान रेंज लगभग 110 किलोमीटर होगी। भविष्य में इसे बढ़ाकर 200 किलोमीटर से ज्यादा तक किया जा सकता है। कंपनी ने अब तक निवेशकों से 20 मिलियन डॉलर जुटा लिए हैं और यह एंबुलेंस के तीन प्रोटोटाइप के साथ शुरुआत करना चाहती है। इन एयर एंबुलेंस में एक पायलट, एक पैरामेडिक और एक मरीज के साथ-साथ एक स्ट्रेचर होगा, ताकि मरीजों को जल्दी और सुरक्षित रूप से अस्पताल पहुंचाया जा सके।
क्या है EVTOL एयरक्राफ्ट?
EVTOL (Electric Vertical Take-Off and Landing) विमान एक ऐसी तकनीक पर आधारित होते हैं, जो बिना रनवे के सीधी उड़ान भरने और उतरने की क्षमता रखते हैं। यह विमानों का एक नया और सुरक्षित रूप है, जो ट्रैफिक से बचने के लिए हवा में उड़ सकता है और बिना परेशानी के मरीजों को अस्पताल पहुंचा सकता है।
आगे की योजना
ईप्लेन कंपनी का उद्देश्य सिर्फ एयर टैक्सी ही नहीं, बल्कि एयर एंबुलेंस के रूप में भी अपने उत्पाद का विस्तार करना है। इससे न केवल ट्रैफिक की समस्या का समाधान होगा, बल्कि गंभीर मरीजों को समय पर अस्पताल पहुंचाने में भी मदद मिलेगी।
इस इनोवेटिव टेक्नोलॉजी के आने से भारत में हेल्थकेयर सिस्टम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा और मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी।
निवेश और प्रोटोटाइप की शुरुआत
अब तक कंपनी ने 20 मिलियन डॉलर का निवेश जुटा लिया है। इसके तीन प्रोटोटाइप पर काम चल रहा है, जिनमें एक पायलट, एक पैरामेडिक और एक मरीज को ले जाने का इंतजाम होगा।
भारत में ईवीटीओएल का बढ़ता बाजार
ईप्लेन के अलावा, आर्चर एविएशन, ओपन्स न्यू टैब और सरला एविएशन जैसी कंपनियां भी इस नये ईवीटीओएल (इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेकऑफ एंड लैंडिंग) तकनीक से भारत के बाजार में अपनी जगह बना रही हैं।