जोधपुर :मनरेगा योजना में हो रहे फर्जीवाड़े को रोकने के लिए नया मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम (MMS) लॉन्च किया गया है। इसके तहत श्रमिकों की उपस्थिति तब ही दर्ज होगी, जब उनकी आंखें झपकेंगी। यदि किसी श्रमिक की आंखें नहीं झपकतीं या वह फोटो में स्पष्ट नहीं दिखता, तो उसकी उपस्थिति फोटो अपलोड नहीं होगी।
नए सिस्टम में यह सुविधा दी गई है कि मेट केवल उन्हीं कार्यों में उपस्थिति ले सकेगा, जो उसे पहले से आवंटित किए गए हैं, जिससे गड़बड़ी को रोका जा सकेगा। साथ ही, अब उपस्थिति दर्ज करने के लिए जीओ टैगिंग की दूरी को 500 मीटर तक बढ़ा दिया गया है, ताकि श्रमिकों की सही लोकेशन पर हाजिरी हो सके।
ई-माप पुस्तिका अगले पखवाड़े से लागू होगी, जो ऑनलाइन रहेगी। इससे माप की पारदर्शिता बनी रहेगी और फर्जीवाड़े की संभावना कम होगी। मनरेगा कार्यों में निष्पक्षता बढ़ेगी।
जोधपुर और फलोदी के 21 पंचायत समिति क्षेत्रों में 75 हजार श्रमिक प्रतिदिन कार्य करते हैं। अब उनकी उपस्थिति आंखों की पुतलियों के जरिए दर्ज की जाएगी।