बिष्णुपुर में कर्फ्यू, पांच जिलों में इंटरनेट बंद, अरंबाई तेंगगोल के नेताओं की गिरफ्तारी के बाद हालात बिगड़े
इंफाल, 7 जून 2025
मणिपुर में शनिवार को एक बार फिर हिंसा भड़क उठी। कई जिलों में हुए हिंसक घटनाक्रम के बाद बिष्णुपुर जिले में पूर्ण कर्फ्यू लागू कर दिया गया और पांच जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं।
गिरफ्तारी के बाद सड़कों पर उग्र प्रदर्शन
प्रदर्शनकारियों ने बसों में लगाई आग, टायर जलाकर सड़कें की बंद
शनिवार देर रात को मैतेई संगठन अरंबाई तेंगगोल के नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया, जिसके बाद इंफाल ईस्ट और इंफाल वेस्ट जिलों में भारी प्रदर्शन शुरू हो गया। प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर आगजनी की, बसों को आग लगा दी और पुलिस के साथ झड़पें हुईं। खुराई लामलॉन्ग क्षेत्र में भीड़ ने टायर जलाकर रास्ते अवरुद्ध कर दिए।
आत्मदाह की चेतावनी का वीडियो सामने आया
पेट्रोल डालकर खुद को जलाने की धमकी, वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
प्रदर्शनकारियों ने आत्मदाह की चेतावनी देते हुए खुद पर पेट्रोल डाल लिया। यह दृश्य कैमरे में कैद हुआ और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। प्रशासन के लिए स्थिति को संभालना मुश्किल हो गया।
एयरपोर्ट तक पहुंचा गुस्सा
तुलिहाल गेट पर रातभर डटे रहे प्रदर्शनकारी
प्रदर्शनकारी इंफाल एयरपोर्ट के तुलिहाल गेट के बाहर जमा हो गए। उन्हें आशंका थी कि गिरफ्तार नेता को बाहर ले जाया जा रहा है। लोगों ने सड़क पर डेरा डाल लिया और रातभर वहीं रुके रहे।
प्रशासन की सख्ती
आंसू गैस, लाठीचार्ज, एक व्यक्ति की मौत की खबर
बढ़ती हिंसा के बीच पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और बल प्रयोग किया। इस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई, जो कथित तौर पर लाठीचार्ज में घायल हुआ था। हालात को देखते हुए प्रशासन ने बिष्णुपुर जिले में कर्फ्यू लागू किया और इंफाल ईस्ट, इंफाल वेस्ट, थौबल और काकचिंग में पांच से अधिक लोगों के एक साथ इकट्ठा होने पर रोक लगा दी गई।
इंटरनेट सेवा बंद, उग्रवादी गिरफ्तार
पांच जिलों में इंटरनेट बंद, आईईडी बरामद
प्रशासन ने इंफाल ईस्ट, इंफाल वेस्ट, थौबल, काकचिंग और बिष्णुपुर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दीं। साथ ही तेंगनौपाल जिले से आईईडी बरामद हुआ और प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े तीन उग्रवादियों को भी गिरफ्तार किया गया।
लंबे समय से जारी तनाव
राष्ट्रपति शासन के बाद भी नहीं सुधरे हालात
मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच 2023 से लगातार हिंसा हो रही है। अब तक करीब 260 लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं। हालात न सुधरने पर केंद्र सरकार ने फरवरी 2025 में राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू किया था, लेकिन स्थिति अब भी अस्थिर बनी हुई है।