कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव के गोल्ड स्मगलिंग नेटवर्क को लेकर हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। डीआरआई की हिरासत में मौजूद रान्या से पूछताछ में पता चला कि वह सोना तस्करी के लिए कई रूट का इस्तेमाल करती थी और इसे अंजाम तक पहुंचाने के लिए अपने आईपीएस पिता के ओहदे का लाभ उठाती थी।
इंजीनियरिंग से फिल्मों और फिर स्मगलिंग तक का सफर
रान्या राव आईपीएस अधिकारी रामचंद्र राव की बेटी हैं। उन्होंने बेंगलुरु के दयानंद सागर कॉलेज से इंजीनियरिंग की और 2014 में कन्नड़ फिल्म मणिकीय से अभिनय में कदम रखा। 2016 तक वह कन्नड़ और तमिल फिल्मों में सक्रिय रहीं, लेकिन अचानक फिल्म इंडस्ट्री से गायब हो गईं। बाद में उन्होंने दुबई में ठिकाना बना लिया और वहीं की रेजिडेंसी हासिल कर ली।
एक किलो सोने की तस्करी पर 1 लाख रुपए
जल्द अमीर बनने की चाह में उन्होंने गोल्ड स्मगलिंग गैंग जॉइन कर लिया। उन्हें प्रति किलो सोने की तस्करी पर 1 लाख रुपए मिलते थे। उनके आईपीएस पिता के कारण उन्हें एयरपोर्ट पर ग्रीन चैनल का फायदा मिलता था, जिससे वह 15 दिनों में 4 बार सोना तस्करी कर चुकी थीं।
कैसे पकड़ी गई रान्या राव?
रान्या पिछले 15 दिनों में 4 बार दुबई गई थी। हर बार एक ही प्रोटोकॉल फॉलो किया गया और खास जैकेट और बेल्ट पहनी गई, जिससे DRI को शक हुआ। 3 मार्च को जब वह दुबई से बेंगलुरु पहुंची, तो एयरपोर्ट पर डीएफएमडी से गुजरते ही बेल्ट और जैकेट में छिपाए गए 14 गोल्ड बार (12.5 करोड़ रुपए मूल्य) का खुलासा हुआ।
सोने की तस्करी के अनोखे तरीके
DRI ने हाल ही में खजूर, बैग की बेल्ट, हैंड मिक्सर, टूल बॉक्स और अचार-क्रीम के डिब्बों में छिपाए सोने की बरामदगी की है। भारत और दुबई के बीच सोना तस्करी का रूट भले ही एक हो, लेकिन तरीके हर बार नए होते हैं।
घर से मिला 2.6 करोड़ की ज्वेलरी और कैश
DRI की लावेल रोड स्थित घर पर रेड में 2.6 करोड़ की ज्वेलरी और 2.67 लाख कैश बरामद हुआ। जांच में यह भी सामने आया कि गिरफ्तारी से बचने के लिए रान्या ने मंत्रियों और विधायकों तक को फोन किया, लेकिन इस बार वह बच नहीं सकी।