बेंगलुरु: बेंगलुरु महानगर परिवहन निगम (BMTC) ने कलासीपल्या बस स्टैंड का नाम बदलकर “जनोपकारी श्री डोड्डण्ण शेट्टार कलासीपल्या बस स्टैंड” कर दिया है। यह निर्णय 15 मार्च 2025 को मंडली की बैठक में लिया गया था और राज्य सरकार ने 09 जुलाई 2025 को इसकी अधिसूचना जारी की।
BMTC एक सार्वजनिक सेवा संस्था है, जो बेंगलुरु और उसके उपनगरीय इलाकों में यात्रियों को सुविधाजनक, सुरक्षित और सतत परिवहन सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए काम करती है। वर्तमान में यह 1,795 रूटों पर 6,187 शेड्यूल्स में लगभग 64,975 चक्कर लगाकर प्रतिदिन 12.79 लाख किलोमीटर की दूरी तय करती है, जिससे औसतन 42 लाख लोग यात्रा करते हैं।

बीएमटीसी की सेवाएं और विस्तार
बेंगलुरु महानगर परिवहन निगम (BMTC) शहर और उपनगरों में प्रतिदिन 1,795 रूट्स पर 6,187 शेड्यूल्स के तहत 12.79 लाख किलोमीटर तक बस सेवाएं चला रहा है। औसतन 42 लाख यात्री प्रतिदिन इन सेवाओं का लाभ ले रहे हैं। सेवा क्षेत्र शहर से 25 किमी और केंद्र से 50 किमी तक फैला हुआ है।
BMTC द्वारा अब तक 1,473 इलेक्ट्रिक बसें संचालित की जा चुकी हैं। केंद्र सरकार की पीएम ई-ड्राइव योजना के अंतर्गत 400 एसी और 4,100 सामान्य इलेक्ट्रिक बसों की योजना पर काम चल रहा है।
कल्लासिपाल्या बस स्टैंड की सुविधाएं
नए रूप में तैयार कल्लासिपाल्या बस स्टैंड को 10 मार्च 2023 को जनता को समर्पित किया गया। इसमें 7 प्लेटफॉर्म, प्रत्येक पर 6 डिपार्चर लेन, वाणिज्यिक दुकानें, पेयजल, शौचालय, टू-व्हीलर और कार पार्किंग जैसी आधुनिक सुविधाएं हैं।
यहाँ से अब 1,176 शेड्यूल्स के तहत कुल 3,221 बस फेरे चलाए जा रहे हैं — जिसमें कल्लासिपाल्या से 671 शेड्यूल में 2,004 राउंड्स और चंद्रभवन से 505 शेड्यूल में 1,217 राउंड्स शामिल हैं।

व्यवसायिक क्षेत्र और राजस्व
बस स्टैंड में कुल 1,14,914 वर्ग फीट व्यवसायिक क्षेत्र है, जिसमें से 62,374 वर्ग फीट वाणिज्यिक और 52,180 वर्ग फीट पार्किंग उपयोग में हैं। अनुमानित मासिक परिवहन-गैर-राजस्व ₹42.88 लाख है, जबकि वर्तमान में ₹2.52 लाख राजस्व प्राप्त हो रहा है। परिसर का आवंटन विभिन्न राज्य और केंद्र सरकार के विभागों को लाइसेंस प्रणाली के तहत किया जा रहा है।
छात्रों को प्रोत्साहन
कार्यक्रम में वैश्य समुदाय के उन छात्रों को जिन्होंने SSLC और PUC परीक्षाओं में उत्कृष्ट अंक प्राप्त किए, उन्हें प्रतिभा पुरस्कार और चेक वितरित किए गए। इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष वी.आर. सुदर्शन, समुदाय के वरिष्ठ सदस्य और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।