नई दिल्ली। जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए मेहमानों के दिल्ली पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। कई देशों के नेता दिल्ली पहुंच चुके हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक शुक्रवार को दिल्ली पहुंचेंगे। उनके साथ ही ज्यादातर मेहमान शुक्रवार को ही पहुंचेंगे। दो दिन का शिखर सम्मेलन शनिवार यानी नौ सितंबर की सुबह शुरू होगा। उस दिन सभी मेहमानों के लिए भारत मंडपम में रात्रिभोज का आयोजन है। अगले दिन यानी 10 सितंबर की सुबह सारे विदेशी मेहमान महात्मा गांधी की समाधि राजघाट जाएंगे।
बहरहाल, जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए नई दिल्ली पहुंचने वाले पहले विदेश मेहमान नाइजीरिया के राष्ट्रपति अहमद तिनुबु थे। वे छह सितंबर को ही भारत पहुंच गए। वे ली मैरिडियन होटल में ठहरे हैं। भारत आ रहे विदेशी मेहमानों के लिए 25 पांच सितारा होटलों में बुकिंग है। नाइजीरिया के राष्ट्रपति के बाद सात सितंबर को मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद्र जगन्नाथ नई दिल्ली पहुंचे। इनके अलावा देर रात तक यूरोपीय संघ परिषद के प्रमुख के साथ साथ अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व व्यापार संघ, ओईसीडी आदि के प्रमुख दिल्ली पहुंचेंगे।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक शुक्रवार को दिल्ली पहुंचेंगे। आठ सितंबर को दोपहर करीब सवा बजे उनका विमान दिल्ली में उतरेंगे। वे अशोक रोड पर स्थित सांगरीला होटल में रूकेंगे। जापान के प्रधानमंत्री किशिदा फूमियो का विमान उनके बाद दोपहर सवा दो बजे पालम हवाईअड्डे पर उतरेंगे। उनके और उनके प्रतिनिमंडल को बाराखंभा रोड स्थित ललित होटल में रूकना है। शाम में सवा छह बजे के करीब ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अलबनीज दिल्ली पहुंचेंगे और उसके तुरंत बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन का विमान दिल्ली पहुंचेगा। बाइडेन सरदार पटेल रोड पर स्थित आईटीसी मौर्या होटल में रूकेंगे। आठ सितंबर को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच दोपक्षीय वार्ता होगी।
आठ सितंबर को देर रात तक चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग, ब्राजील के राष्ट्रपति लुईज इनैसियो लुला द सिल्वा, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो आदि नेता दिल्ली पहुंचेंगे। इनके अलावा कनाडा, यूएई, तुर्की सहित कई और देशों के राष्ट्र प्रमुख भी आठ सितंबर को दिल्ली पहुंचेंगे। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे और पालम से लेकर उनके ठहरने के होटलों तक के रास्ते में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। आठ सितंबर की सुबह से कई रास्तों पर ट्रैफिक पूरी तरह से रोक दिया जाएगा।