📍 फतेहपुर : प्रेम संबंध का उलझा रिश्ता आखिर खून में बदल गया। एक महिला ने अपने ही प्रेमी की हत्या करवा दी क्योंकि प्रेमी उस पर शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डाल रहा था। महिला के इनकार के बाद उसने यह कदम उठाया।
बीकानेर-झुंझुनूं बाइपास पर जली हालत में मिला शव
10 अक्टूबर को बीकानेर-झुंझुनूं बाइपास पर एक बाइक सहित जले युवक की लाश मिलने से सनसनी फैल गई थी। फतेहपुर कोतवाली पुलिस ने जांच के बाद इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए एक महिला को गिरफ्तार किया है।
प्रेम और अविश्वास के बीच टूटी डोर
पुलिस के अनुसार मृतक दयाचंद एसी-फ्रिज मैकेनिक था। उसकी जली हुई लाश चित्रकूट बालाजी मंदिर के पीछे सड़क किनारे मिली थी। जांच में खुलासा हुआ कि यह हत्या सीता देवी (33) पत्नी कुलदीप निवासी थूईया, थाना भट्टकला, जिला फतेहाबाद, हाल गारिन्डा (फतेहपुर) ने अपने जीजा पवन निवासी हुडेरा और उसके साथियों की मदद से करवाई थी।
करीब तीन साल पहले हुई थी मुलाकात
सीता देवी ने बताया कि पति से अनबन के कारण वह 8–10 साल से फतेहपुर में किराए के मकान में रह रही थी और प्राइवेट अस्पतालों में खाना बनाकर बच्चों का पालन कर रही थी। करीब तीन साल पहले दयाचंद उसके घर बिजली का काम करने आया था, वहीं से दोनों के बीच बातचीत और नजदीकी बढ़ी।
जीजा पवन ने रची हत्या की साजिश
पवन ने योजना बनाई और दयाचंद को मिलने के बहाने हुडेरा गांव की तरफ बुलाया। 9 अक्टूबर की शाम सीता ने दयाचंद को बहलाकर बाइक से वहां ले गई। अंधेरा होने पर पवन अपने साथियों के साथ कार में पहुंचा और उन्होंने दयाचंद को कार में डालकर सुनसान जगह ले जाकर रातभर पीटा। इसी दौरान उसकी मौत हो गई।
हादसे का रूप देने के लिए शव को जलाया गया
दयाचंद की मौत के बाद आरोपियों ने घटना को दुर्घटना दिखाने की कोशिश की। उसकी बाइक और शव को चित्रकूट बालाजी मंदिर के पीछे एनएच 11 पर सुनसान इलाके में ले जाकर आग लगाकर जला दिया।

तकनीकी जांच ने खोला राज
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन के आधार पर सीता देवी को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने अपराध स्वीकार कर लिया। आरोपी पवन और उसके साथी फरार हैं। पुलिस ने बताया कि हत्याकांड के मुख्य आरोपी हुडेरा निवासी पवन कुमार और उसके साथियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई है।
आरोपी पवन के खिलाफ पहले से हैं छह मामले
पुलिस के अनुसार पवन आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है और उसके खिलाफ पहले से ही छह प्रकरण दर्ज हैं। पुलिस उसके संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही है।
सीता नहीं मानी तो शुरू हुआ दबाव
दयाचंद अविवाहित था और सीता से प्रेम करता था। वह बार-बार उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालने लगा। सीता ने इनकार किया तो उसने मोहल्ले में उसकी बदनामी शुरू कर दी। वह जहां भी मकान लेती, वहां जाकर उसे बदनाम कर मकान छुड़वा देता था। इसी परेशानी में सीता ने अपने जीजा पवन को पूरी बात बताई, जिसके बाद हत्या की साजिश रची गई।

