चित्तौड़गढ़: राजस्थान में बजरी माफिया का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। जोधपुर में कांस्टेबल की हत्या के बाद अब चित्तौड़गढ़ के सेमलपुरा इलाके में सोमवार को होटल के बाहर हुई फायरिंग में एक रिटायर्ड एएसआई के बेटे अजय राज सिंह की मौत हो गई।
हमलावरों ने मौके पर 50 से ज्यादा राउंड फायर किए और मृतक की कार को आग के हवाले कर दिया। शुरुआती जांच में बजरी से जुड़ी पुरानी रंजिश को इस हत्याकांड का कारण बताया जा रहा है।
15 लोगों के खिलाफ हत्या व षड्यंत्र का मामला दर्ज
मृतक अजय राज सिंह के मित्र ओमकार शर्मा की शिकायत पर पुलिस ने हत्या, आगजनी और आपराधिक षड्यंत्र की धाराओं में 15 नामजद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपियों की तलाश के लिए चार थानों की पुलिस टीमें गठित कर कई स्थानों पर दबिश दी जा रही है।
मौके से सात खाली कारतूस बरामद हुए हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार आरोपियों की पहचान कर ली गई है और जल्द गिरफ्तारी की संभावना है।
हमला सुनियोजित, जल्द होगी गिरफ्तारी: डिप्टी विनय चौधरी
चित्तौड़गढ़ डिप्टी विनय चौधरी ने NDTV को बताया कि यह हमला पूरी तरह सुनियोजित था और मृतक को निशाना बनाकर किया गया। कुछ महत्वपूर्ण सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं और जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

पूर्व राज्यमंत्री ने जताया रोष, ठोस कार्रवाई की मांग
घटना के बाद पूर्व राज्यमंत्री सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर कहा कि बजरी माफिया बेलगाम हो चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि एक ईमानदार युवक की सरेआम हत्या कर दी गई और अब सरकार को इस पर ठोस कार्रवाई करनी चाहिए।
जोधपुर में भी माफिया ने ली कांस्टेबल की जान
कुछ दिन पहले जोधपुर में बजरी माफिया ने कार्रवाई कर रहे कांस्टेबल पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया था, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। आरोपी मौके से फरार हो गए और पुलिस महकमे में इस वारदात से खलबली मच गई थी।
सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद खुलेआम अवैध खनन
राजस्थान में सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद टोंक, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, जोधपुर, जयपुर और करौली जैसे जिलों में अवैध बजरी खनन बदस्तूर जारी है।
राजनीतिक संरक्षण और सिस्टम की चुप्पी पर लगातार सवाल उठते रहे हैं। कई बार पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर भी माफिया द्वारा हमले किए जा चुके हैं।