दिल्ली : दिल्ली की सभी 70 सीटों पर वोटों की गिनती जारी है। दिल्ली में किसकी सरकार बनेगी यह दोपहर तक साफ हो जाएगा। शुरुआती रुझानों में बीजेपी आगे चल रही है। पिछली बार आम आदमी पार्टी ने 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी। दिल्ली में बड़ा उलटफेर हुआ है। आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया चुनाव हार गए हैं।
लगभग 27 साल बाद भारतीय जनता पार्टी दिल्लीवासियों का दिल जीतने में कामयाब हो गई है। पार्टी ऐतिहासिक जीत की ओर बढ़ रही है, जबकि 10 साल से राज करती आ रही आम आदमी पार्टी सत्ता से बाहर जा रही है। चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्लीवासियों को जो गारंटियां दी थीं, उन पर दिल्ली की जनता ने मुहर लगाई है। अब तक आए 34 सीटों के नतीजों में भाजपा की झोली में 22 सीटें आ गई हैं, जबकि आम आदमी पार्टी ने 12 सीटों पर जीत हासिल की है। सरकार बनाने के लिए भाजपा को 36 सीटों की जरूरत है और इस वक्त वह 48 सीटों पर आगे चल रही है।
इसी के साथ शराब घोटाले में फंसे अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया चुनाव हार चुके हैं, जबकि वर्तमान सीएम आतिशी ने जीत हासिल की है। उन्होंने भाजपा के रमेश बिधूड़ी को मात दी है। एक समय था जब रमेश बिधूड़ी आतिशी से आगे चल रहे थे, लेकिन अंतिम कुछ राउंड के बाद आतिशी ने बढ़त बना ली। इसके अलावा आप के सत्येंद्र जैन भी चुनाव हार गए हैं। आईएएस की कोचिंग देने वाले और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अवध ओझा को भाजपा के रिवंद्र सिंह नेगी ने भारी मतों से पराजित किया है।
आप के ये दिग्गज नेता हारे
अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, सौरभ भारद्वाज, दुर्गेश पाठक और सोमनाथ भारती चुनाव हार गए हैं। यह आम आदमी पार्टी के वे दिग्गज हैं, जिनका चुनाव हारना नामुमकिन लग रहा था, लेकिन भाजपा ने ऐसी फील्ड सजाई कि सारे दिग्गज औंधे मुंह गिर गए।
भाजपा ने मनाई होली
दिल्ली विधानसभा चुनाव की मतगणना में भारतीय जनता पार्टी के प्रचंड बहुमत आने के रुझान स्पष्ट होते हुए पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गुलाल उड़ाकर होली और पटाखे चला कर दीवाली मनाई। मध्याह्न में मतगणना रुझानों के अनुसार 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में भाजपा को 46 सीटों पर प्रचंड जीत की ओर अग्रसर दिखने लगी और पिछले चुनावों में 62 सीटें जीतने वाली आम आदमी पार्टी 24 सीटों पर सिमटती दिखी। इस तरह से दिल्ली की राजनीति में आज एक ऐतिहासिक मोड़ आ गया है जब दिल्ली में भाजपा 27 साल बाद सत्ता में वापस करने जा रही है। वहीं आम आदमी पार्टी 12 साल बाद सत्ता से बेदखल हो रही है।