महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने 99 उम्मीदवारों वाली पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को नागपुर साउथ वेस्ट से उम्मीदवार बनाया गया है। इसके अलावा, प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, मंत्री गिरीश महाजन, सुधीर मुनगंटीवार, अतुल सावे जैसे वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल हैं।
बीजेपी की लिस्ट के अनुसार, नागपुर दक्षिण से मोहन गोपालराव माते, नागपुर पूर्व से कृष्ण पंचम खोपड़े, तिरोरा से विजय भरतलाल रहांगडाले, गोंदिया से विनोद अग्रवाल, अमगांव से संजय हनवंतराव पुरम् को टिकट दिया गया है। इसके अलावा, बल्लारपुर से सुधीर मुनगंटीवार, चिमूर से बंटी भांगड़िया, वानी से संजीव रेड्डी, रालेगांव से अशोक रामाजी उड़के, यवतमाल से मदन येरवर, किनवट से भीमराव रामजी, भोकर से श्रीजय अशोक चव्हाण, नायगांव से राजेश संभाजी पवार, मुखेड़ से तुषार राठौड़ बीजेपी के उम्मीदवार होंगे।
इसके अलावा, हिंगोली से तानाजी मुटकुले, जिंतूर से मेघना, परतूर से बाबनराव, बदनापुर से नारायण कुचे, भोकरदन से संतोष रावसाहेब दानवे को मैदान में उतारा गया है। इसके अलावा, औरंगाबाद पूर्व से अतुल सावे, गंगापुर से प्रशांत बंब को बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है। लिस्ट में नासिक पूर्व से राहुल उत्तमराव ढिकाले, नासिक पश्चिम से सीमाताई महेश हिरे, नालासोपारा से राजन नाइक, भिवंडी पश्चिम से महेश प्रभाकर, मुरबाद से किसन शंकर कथोरे, कल्याण पूर्व से सुलभा गायकवाड़ बीजेपी की उम्मीदवार होंगी।
लिस्ट में दहिसर से मनीषा अशोक चौधरी, मुलुंड से मिहिर कोटेचा, कांदिवली पूर्व से अतुल भातखलकर, चारकोप से योगेश सागर, घाटकोपर पश्चिम से राम कदम, वांद्रे पश्चिम से आशीष शेलार, कोलाबा से राहुल नार्वेकर, पनवेल से प्रशांत ठाकुर, चिंचवाड़ से शंकर जगताप को उम्मीदवार बनाया गया है। इसके अलावा, सांसद नारायण राणे के बेटे नीतेश राणे कंकावली से चुनावी मैदान में होंगे।
20 नवंबर को वोटिंग, 23 को नतीजे
हाल ही में महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनावों का ऐलान किया गया है। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को सभी 288 सीटों पर वोट डाले जाएंगे, जबकि 23 नवंबर को दोनों राज्यों के नतीजे आएंगे। साल 2019 में बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था। उस समय शिवसेना एक ही थी और तब बीजेपी ने 105 सीटें जीती थीं। शिवसेना को 56, कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं। हालांकि, उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी से मिलकर सरकार बना ली थी। लगभग ढाई साल के बाद शिवसेना में टूट हो गई और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में महायुति सरकार बनी। शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया गया, जबकि देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम बने। पिछले साल एनसीपी में भी टूट हुई और अजित पवार गुट ने राज्य सरकार को समर्थन दे दिया। इसके बाद अजित पवार को भी डिप्टी सीएम बनाया गया।