मुंबई। हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता और ‘ही-मैन’ के नाम से मशहूर धर्मेंद्र का 89 वर्ष की आयु में सोमवार, 11 नवंबर को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया। उनके आधिकारिक टीम ने इस खबर की पुष्टि की है।
धर्मेंद्र को कुछ दिन पहले सांस लेने में तकलीफ के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी हालत लगातार गंभीर बनी हुई थी। डॉक्टरों की निगरानी में उपचार जारी था, लेकिन लाख प्रयासों के बाद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
छह दशक लंबा शानदार फिल्मी सफर
धर्मेंद्र ने अपने अभिनय करियर में 60 से अधिक वर्षों तक भारतीय सिनेमा पर राज किया। एक्शन, रोमांस और ड्रामा—हर जॉनर में उन्होंने अपने अभिनय की अमिट छाप छोड़ी। वे अपने दमदार अंदाज और संवाद शैली के लिए हमेशा याद किए जाएंगे।
उनकी आखिरी फिल्म ‘इक्कीस’ 25 दिसंबर को रिलीज़ होने वाली है, जो अब दर्शकों के लिए उनकी अंतिम स्क्रीन उपस्थिति होगी।
बॉलीवुड में शुरुआत और सफलता की ऊंचाइयां
भारतीय सिनेमा के ‘ही-मैन’ कहे जाने वाले धर्मेंद्र ने 1960 में फिल्म ‘दिल भी तेरा हम भी तेरे’ से बॉलीवुड में कदम रखा था। अपनी पहली ही फिल्म से उन्होंने यह साबित कर दिया था कि वे लंबे समय तक सिनेमा की दुनिया पर राज करने आए हैं।
दमदार संवाद, रोमांटिक अंदाज़ और एक्शन से भरपूर शैली के चलते वे जल्द ही दर्शकों के दिलों पर छा गए।
सम्मान और उपलब्धियां
धर्मेंद्र के अभिनय और भारतीय सिनेमा में उनके अतुलनीय योगदान को देखते हुए 2012 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण, देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया। यह सम्मान उनके उस सफर का प्रतीक रहा, जिसमें उन्होंने फिल्मों के माध्यम से कई पीढ़ियों का मनोरंजन और मार्गदर्शन किया।
सुपरहिट फिल्मों की लंबी सूची
छह दशकों से अधिक लंबे फिल्मी करियर में धर्मेंद्र ने एक से बढ़कर एक यादगार और सुपरहिट फिल्में दीं। इनमें ‘यादों की बारात’, ‘मेरा गांव मेरा देश’, ‘फूल और पत्थर’, ‘नौकर बीवी का’, ‘बेताब’ और ‘ग़याल’ जैसी फिल्में प्रमुख हैं।
इन फिल्मों ने उन्हें हर वर्ग के दर्शकों का चहेता बना दिया और बॉलीवुड में एक्शन व रोमांटिक हीरो का बेमिसाल चेहरा स्थापित किया।
परिवार और निजी जीवन
धर्मेंद्र का जन्म पंजाब के लुधियाना जिले के एक छोटे से गांव में 8 दिसंबर 1935 को हुआ था। उनका पूरा नाम धर्मेंद्र केवल कृष्ण देओल था। उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में आने से पहले 1954 में प्रकाश कौर से विवाह किया था। करियर की ऊंचाइयों के दौरान उनकी मुलाकात अभिनेत्री हेमा मालिनी से हुई और बाद में दोनों जीवनसाथी बने।

सादगी और प्रेरणा का प्रतीक
उम्र के अंतिम पड़ाव तक भी धर्मेंद्र बेहद सक्रिय और सरल जीवनशैली के समर्थक रहे। 89 वर्ष की उम्र में भी वे सोशल मीडिया पर नियमित रूप से सक्रिय रहते थे और अपने प्रशंसकों से जुड़ाव बनाए रखते थे।
उनके इंस्टाग्राम पर अक्सर ऐसे वीडियो देखने को मिलते थे, जिनमें वह कभी खेतों में काम करते, ट्रैक्टर चलाते, तो कभी जैविक और प्राकृतिक खेती के टिप्स साझा करते नज़र आते थे। उनके वीडियो और संदेशों में हमेशा सादगी, स्वस्थ जीवन और प्रकृति के प्रति प्रेम झलकता रहा।
एक युग का अंत
धर्मेंद्र सिर्फ एक अभिनेता नहीं, बल्कि एक पीढ़ी की प्रेरणा, सादगी के प्रतीक और सच्चे भारतीय आइकन के रूप में याद किए जाएंगे। उनकी फिल्में, विचार और जीवनशैली आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनकर सदैव जीवित रहेंगी।

