जालौर: प्रसिद्ध भागवत कथा वाचक अभय दास महाराज द्वारा जालौर के ऐतिहासिक किले में स्थित बायोसा माता मंदिर के दर्शन को लेकर शुरू हुआ विवाद अब गहराता जा रहा है। दो दिन पहले जब महाराज मंदिर दर्शन के लिए रवाना हुए, तो प्रशासन को मिली आंतरिक सूचना के आधार पर जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने उनके दर्शन पर रोक लगा दी।
इस रोक के विरोध में अभय दास महाराज ने कथा मंच से ही जिला प्रशासन और आयोजक कमेटी को ललकारते हुए कहा, “मैं बायोसा माता के दर्शन करने जरूर जाऊंगा, कोई रोक सके तो रोक ले।”
पुलिस से बचते हुए पहुंचे छत पर, प्रशासन की घेराबंदी
बयान के बाद अभय दास महाराज बजरंग दल और अपने समर्थकों के साथ मंदिर के लिए रवाना हो गए। जैसे ही वे किले की घाटी के नीचे पहुंचे, पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेने की कोशिश की, लेकिन वे चकमा देकर निकल गए और शहर के बाजार में भागते-भागते एक मकान की छत पर जा बैठे। पुलिस ने अब उस मकान की घेराबंदी कर ली है और महाराज वहीं छत पर मौजूद हैं।

प्रशासन को आशंका है कि मामला सांप्रदायिक तनाव का रूप न ले ले, इसी वजह से अधिकारी सतर्कता और समझदारी से स्थिति को संभालने का प्रयास कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार आयोजक कमेटी भी महाराज को समझाने में लगी हुई है।
बयान और गिरफ्तारी के बाद तनाव की आशंका
मामला उस समय और संवेदनशील हो गया जब कथा के दौरान अभय दास महाराज ने जालौर किले की घाटी में स्थित बायोसा मंदिर के पास बनी एक मजार को लेकर टिप्पणी की थी। इसके बाद विशेष समुदाय के दो युवकों ने महाराज के वीडियो पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी। अभय दास महाराज की शिकायत पर दोनों युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।

इन घटनाओं के बाद प्रशासन ने आशंका जताई कि महाराज का बायोसा माता मंदिर जाना सांप्रदायिक तनाव को जन्म दे सकता है। इसी वजह से प्रशासन ने उन्हें मंदिर जाने की अनुमति नहीं दी। फिलहाल क्षेत्र में भारी पुलिस जाब्ता तैनात है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के प्रयास जारी हैं।