शिमला : कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी की शनिवार को अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार, उनकी हालत फिलहाल स्थिर है और उन्हें कुछ सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं के चलते नियमित जांच के लिए अस्पताल लाया गया।
सोनिया गांधी को मामूली समस्या, डॉक्टरों की निगरानी में
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने जानकारी दी कि सोनिया गांधी को नियमित जांच के लिए अस्पताल लाया गया है। इस दौरान डॉक्टरों की टीम उनकी निगरानी कर रही है और मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (MRI) जांच की जा रही है। रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
बीते वर्षों में कई बार बिगड़ चुकी है तबीयत
पिछले चार से पाँच वर्षों में सोनिया गांधी की तबीयत कई बार बिगड़ी है। वर्ष 2022 में उन्हें श्वसन संबंधी परेशानी और वायरल फीवर के कारण दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। इसी वर्ष जून में कोरोना संक्रमण के बाद उन्हें दोबारा अस्पताल ले जाना पड़ा। इसके बाद सितंबर 2022 में भी उन्हें स्वास्थ्य कारणों से भर्ती किया गया था।

78 वर्षीय सोनिया गांधी की मेडिकल स्थिति पर कांग्रेस सतर्क
सोनिया गांधी की उम्र 78 वर्ष है। बढ़ती उम्र के साथ उनकी स्वास्थ्य आवश्यकताओं के मद्देनज़र नियमित मेडिकल जांच चलती रही है। कांग्रेस पार्टी इसको लेकर पूरी सतर्कता बरतती रही है। इलाज के समय राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा हमेशा अस्पताल में साथ रहते हैं। बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी इस बार शिमला में विश्राम हेतु आई थीं, जहां अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
अमेरिका में भी हो चुका है इलाज
साल 2011 में गंभीर बीमारी के चलते उन्हें अमेरिका ले जाया गया था। तब से लेकर 2012, 2013, 2016 और 2022 में वह फॉलोअप के लिए न्यूयॉर्क गईं। हालांकि बीमारी की प्रकृति को पार्टी ने सार्वजनिक नहीं किया था और गोपनीयता बनाए रखी थी।
अंतिम सार्वजनिक उपस्थिति और कानूनी मामला
सोनिया गांधी ने अंतिम बार 27 मई को दिल्ली स्थित शांतिवन में पंडित जवाहरलाल नेहरू की 61वीं पुण्यतिथि पर सार्वजनिक रूप से पुष्पांजलि अर्पित की थी। हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड केस में उन्हें आरोपी नंबर 1 और राहुल गांधी को आरोपी नंबर 2 नामित किया है। इसके अलावा पांच अन्य लोगों को भी पीएमएलए के तहत अभियुक्त बनाया गया है।