कच्छ में बोरवेल में गिरी 18 वर्षीय किशोरी, 33 घंटे बाद बाहर निकाली गई
भुज (गुजरात): कच्छ जिले के कंदेराई गांव में 18 वर्षीय किशोरी के 540 फीट गहरे बोरवेल में गिरने के बाद मंगलवार को 33 घंटे की बचाव कोशिशों के बाद उसे सुरक्षित बाहर निकाला गया। किशोरी को तुरंत इलाज के लिए एंबुलेंस के जरिए अस्पताल भेजा गया।
घटना का विवरण
यह हादसा सोमवार सुबह करीब साढ़े छह बजे हुआ, जब राजस्थान से आए प्रवासी मजदूर परिवार की किशोरी गांव के खेत में बने बोरवेल में गिर गई। बोरवेल 540 फीट गहरा था, और किशोरी 490 फीट की गहराई पर फंसी हुई थी। बोरवेल का व्यास केवल एक फुट था, जिससे बचाव अभियान बेहद चुनौतीपूर्ण साबित हुआ।
संयुक्त बचाव अभियान
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), सीमा सुरक्षा बल (BSF), भुज नगरपालिका के अग्निशमन विभाग, स्थानीय आपातकालीन प्रतिक्रिया दल, पुलिस, और स्थानीय प्रशासन ने मिलकर इस बचाव अभियान को अंजाम दिया। सोमवार दोपहर कैमरे की मदद से किशोरी की स्थिति की पुष्टि की गई, जिसके बाद बचाव अभियान में तेजी लाई गई।
अस्पताल में भर्ती
किशोरी को सफलतापूर्वक बाहर निकालने के बाद उसे पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी हालत के बारे में अभी विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है।
खुले बोरवेल का खतरा
किशोरी राजस्थान के प्रवासी मजदूर परिवार की सदस्य है। घटना के शुरुआती चरण में उसकी उम्र और गिरने की स्थिति पर संदेह व्यक्त किया गया, लेकिन जांच और कैमरे की पुष्टि के बाद बचाव कार्य में तेजी लाई गई।
यह घटना एक बार फिर खुले बोरवेल से होने वाले खतरों को उजागर करती है। राज्य और स्थानीय प्रशासन के लिए यह आवश्यक है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं और बोरवेल सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए।