पाली के पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ के बयान के बाद राजपुरोहित समाज ने घोर विरोध जताया और शनिवार शाम को कचरे के ठेले में पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ का पूतला लेकर सूरजपोल चौराहे पर पहुंचे। वहां पूर्व सांसद के खिलाफ नारेबाजी की और पुतला फूंका। रास्ते में पूर्व सांसद के पोस्टर पर कालिख भी पोती।
बता दें कि पाली के पूर्व सांसद ने जोधपुर में दिए गए इंटरव्यू में कहा कि कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने पाली जिले में कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया। चुन्नीलाल चाड़वास को पाली कांग्रेस का जिलाध्यक्ष बनाया था जबकि पुरोहित कांग्रेस को वोट देते नहीं है। यह वीडियो सोशल मीडिया वार वायरल हुआ। पुरोहित जाति किस को वोट देती है और किसको नहीं इसका सर्टिफिकेट देने वाले पूर्व सांसद कौन होते हैं। यह बात राजपुरोहित समाज ने कही। शनिवार शाम को वीर दुर्गादास नगर स्थित समाज भवन में बैठक कर पूर्व सांसद के बयान की निंदा की। उसके बाद रैली के रूप में बड़ी संख्या में राजपुरोहित समाज के लोग सूरजपोल पहुंचे। पूरे रास्ते वे पूर्व सांसद के खिलाफ नारेबाजी करते हुए चल रहे थे।
इस दौरान सचिव जुगलकिशोर, मदन सिंह जागरवाल, हुकम सिंह सेपटावास, भैरू सिंह मादड़ी, मदन सिंह जागरवाल, नेम सिंह रावलवास, चंदनसिंह बाड़वा, रतन सिंह वणदार, राजेन्द्र सिंह बाडवा, सोमप्रकाश तालकिया, कैलाश सिंह पिलोवनी, चैनसिंह रावलवास, हनुमान सिंह गोडावड़, भंवरसिंह धांगडवास, मनीष राजपुरोहित, नंदूसिंह बाडवा गणपतसिंह आऊवा, गोविन्दसिंह धुरासनी, भैरूसिंह ठाकुरला, मोहनसिंह हेमावास, जब्बर सिंह राजपुरोहित, कुशाल सिंह शिवतलाव, बाबूसिंह वायद, जितेन्द्र सिंह पिलोवनी, गजेन्द्रसिंह ढाबर, मांगूसिंह दूदावत सहित बड़ी संख्या में राजपुरोहित समाज के लोग शामिल रहे।
चाड़वास बोले; पूर्व सांसद कौन होते है टिप्पणी करने वाले
कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष चुन्नीलाल चाड़वास बोले कि राजपुरोहित समाज किसको वोट देते है और किसको नहीं। इस पर टिप्पणी करने वाले पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ कौन होते है। उनके इस बयान से राजपुरोहित समाज काफी आहत हुआ है। राजपुरोहित विकास समिति पाली के अध्यक्ष कुंदनसिंह राजपुरोहित ने कहा कि पूर्व सांसद जाखड़ ने राजपुरोहित समाज के प्रति अमर्यादित भाषा का उपयोग किया। इससे राजपुरोहित समाज की भावनाओं को ठेस पहुंची है।