आदिवासी लोक नृत्य कनक राजू जिन्हें जातीय नृत्य गुसाडी को लोकप्रिय बनाने के लिए पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था, अब उन्होंने इस दुनिया को लविदा कह दिया है। वह 83 वर्ष के थे। कनक राजू के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने दुख व्यक्त किया। कुमारम भीम आसिफाबाद जिले के जैनूर मंडल में कनक राजू के पैतृक गांव मरलावई में आज उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
पीएम मोदी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट किया है कि एक विपुल नर्तक और सांस्कृतिक प्रतीक श्री कनक राजू जी के निधन से दुखी हूं। गुसाडी नृत्य को संरक्षित करने में उनका समृद्ध योगदान आने वाली पीढ़ियों को हमेशा प्रेरित करेगा। प्रधानमंत्री ने कनक राजू के परिवार और प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की, नर्तक के काम के स्थायी प्रभाव पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके समर्पण और जुनून ने यह सुनिश्चित किया कि सांस्कृतिक विरासत के महत्वपूर्ण पहलू अपने प्रामाणिक रूप में फल-फूल सकें। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ओम शांति। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने भी प्रसिद्ध गुसाडी नर्तक के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुसाडी को दुनिया से परिचित कराने और तेलंगाना की कला और सांस्कृतिक परंपरा को संरक्षित करने के लिए कनक राजू को एक असाधारण कलाकार के रूप में पहचाना जाता है।
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक बयान के अनुसार रेड्डी ने कहा कि प्रसिद्ध नर्तक का निधन लोक कला के लिए एक अपूरणीय क्षति है। बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और अधिकारियों को कनक राजू का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ करने का आदेश दिया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राजू का शुक्रवार रात वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया और उनका अंतिम संस्कार शनिवार को जिले के मरलावई गांव में किया जाएगा। राजू एक स्कूल चलाते थे, जिसमें वह तेलंगाना के प्रसिद्ध लोक नृत्य गुसाडी का प्रशिक्षण देते थे। उन्हें 2021 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने राजू के निधन पर शोक व्यक्त किया और अधिकारियों को उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ करने का निर्देश दिया।केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष के. टी. रामा राव और अन्य नेताओं ने भी राजू के निधन पर शोक व्यक्त किया।