मुंबई: एकनाथ शिंदे सरकार ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा फैसला लिया है। दरअसल, राज्य सरकार ने गाय को राजमाता का दर्जा दिया है। सरकार ने आज कैबिनेट की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें इस पर चर्चा की गई। महायुती के सरकार ने इसको लेकर घोषणा की है।
सरकार ने आदेश में कही बात
महाराष्ट्र सरकार ने इस संबंध में निर्णय लेते हुए कहा कि वैदिक काल से ही भारतीय संस्कृति में देशी गाय की स्थिति, मानव आहार में देशी गाय के दूध की उपयोगिता, आयुर्वेद चिकित्सा, पंचगव्य उपचार पद्धति तथा जैविक कृषि प्रणालियों में देशी गाय के गोबर एवं गोमूत्र के महत्वपूर्ण स्थान को ध्यान में रखते हुए, यह देशी गायों को अब से “राज्यमाता गोमाता” घोषित करने की मंजूरी दी गई।
भारत में गाय का महत्व
भारत में कई पशु-पक्षियों से लेकर पेड़ और नदियों तक की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में इनका काफी महत्व होता है। वहीं गाय को पवित्र मानने के साथ ही उसके दूध, मूत्र और गोबर को पवित्र माना जाता है। धार्मिक और पौराणिक मान्यता के मुताबिक गाय के शरीर में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है। यही वजह है कि लंबे समय से गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए आंदोलन चलाया जा रहा है और समय-समय पर केंद्र सरकार से गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने की अपील की जाती रहती है।
राज्य में जल्द होंगे चुनाव
चुनाव आयोग की टीम ने महाराष्ट्र चुनाव को लेकर 28 सितंबर को राज्य का दो दिवसीय दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने कई राजनीतिक दलों और अधिकारियों के साथ अहम बैठक की थी। आयोग ने बताया कि 26 नवंबर से पहले महाराष्ट्र में चुनाव कराना होगा, क्योंकि नवंबर में महाराष्ट्र विधानसभा कार्यकाल खत्म हो रहा है। इससे पहले शिंदे सरकार का यह फैसला मास्टर स्ट्रोक साबित हो सकता है।