भारत उद्यमियों का देश है और देश के कई युवा इन दिनों अपना काम शुरू कर नया कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। बेंगलुरु के एक युवा जोड़े ने साल 2015 में अपनी जॉब छोड़कर फूड स्टार्टअप समोसा सिंह शुरू किया। आज इस युवा का कारोबार इतना बढ़ चुका है कि कंपनी का सालाना टर्नओवर ₹45 करोड़ को पार कर चुका है।
बेंगलुरु का फूड स्टार्टअप समोसा सिंह रोजाना 12 लाख रुपए की बिक्री कर रहा है। देश के कई इलाके में लोगों के शाम का नाश्ता समोसा किसी व्यक्ति को करोड़पति बनाने के लिए काफी है। पेशेवर पढ़ाई कर बढ़िया जॉब कर रहे बेंगलुरु के एक युवा ने नौकरी छोड़कर स्टार्टअप की दुनिया में कदम रखा और कर्नाटक की राजधानी में समोसा बेचना शुरू किया।
अब यह दोनों युवा किसी अच्छी नौकरी की तुलना में अधिक पैसे कमा रहे हैं। निधि सिंह और उनके पति शिखर वीर सिंह की शादी को 5 साल हो चुके हैं। हरियाणा में बायोटेक्नोलॉजी में बीटेक की पढ़ाई के दौरान दोनों मिले थे। शिखर ने हैदराबाद के इंस्टिट्यूट ऑफ़ लाइफ साइंसेज से एमटेक किया और बायोकॉन में प्रिंसिपल साइंटिस्ट की तरह काम करने लगे।
साल 2015 में अपना काम शुरू करने के लिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी। निधि गुड़गांव में एक फार्मा कंपनी के साथ जॉब कर रही थी और उसको सालाना ₹30 लाख का वेतन मिलता था। बेंगलुरु में समोसा सिंह की शुरुआत के लिए साल 2015 में इस युवा ने जॉब छोड़ दिया।
निधि और शिखर अच्छे परिवार से आते हैं लेकिन इसके बाद भी बिजनेस करने की उनकी इच्छा की वजह से उन्होंने अपनी बचत से समोसा सिंह की शुरुआत की. एक बड़ा किचन स्पेस बनाने के लिए उन्होंने ₹80 लाख में अपना घर बेच दिया। शिखर को समोसे के बिजनेस का आइडिया पढ़ाई के दौरान ही आया था।
निधि ने उसे सलाह दी कि उसे साइंटिस्ट बनना चाहिए और नौकरी करनी चाहिए। सिंह ने एक दिन एक बच्चे को फूड कोर्ट के बाहर समोसे के लिए रोते हुए देखा था। उसके बाद शिखर को लगा कि समोसा स्टार्टअप शुरू करने के लिए यह सही समय है।
इसके बाद शिखर ने अपना जॉब छोड़कर बेंगलुरु में समोसा सिंह शुरू करने का फैसला किया। अब समोसा सिंह के पास कड़ाही पनीर समोसा जैसे बेहतरीन मीनू वाले समोसे हैं। अब समोसा सिंह देश भर में अपने कारोबार का विस्तार करने के बारे में सोच रही है।