पटना: आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के खिलाफ एक दिवसीय भारत बंद के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने पटना में लाठीचार्ज किया। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा है।
प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी
दरअसल, पटना में बुधवार को प्रदर्शनकारी महेंद्रू से डाकबंगला चौराहा पहुंचे, जहां पुलिस ने उन्हें आगे जाने से रोकने के लिए बैरिकेडिंग की थी। लेकिन प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी। इसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का प्रयोग किया। लेकिन, प्रदर्शनकारियों के नहीं मानने के बाद पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा है। हालांकि, प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज के दौरान पुलिसकर्मियों ने एसडीएम श्रीकांत कुण्डलिक खांडेकर पर भी लाठी बरसा दीं।
यह शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन नहीं था
वहीं, इस लाठीचार्ज पर पटना के डिप्टी एसपी अशोक कुमार सिंह ने कहा कि यह शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन नहीं था, उन्होंने कानून और व्यवस्था अपने हाथ में ले ली। आम लोग यात्रा नहीं कर सकते थे और हमने उन्हें (आंदोलनकारियों) समझाने की कोशिश की। लेकिन वे नहीं समझे। हमें उन्हें पीछे हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।
बता दें कि बिहार में ‘भारत बंद’ का मिलाजुला असर देखने को मिला। जहानाबाद में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-83 पर यातायात अवरुद्ध किया और पुलिस के साथ झड़प की। मधेपुरा और मुजफ्फरपुर में भी प्रदर्शनकारियों ने यातायात को बाधित करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप किया। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और अन्य विपक्षी दलों ने बंद का समर्थन किया है।
SDM को मारी लाठी
दरअसल, राजधानी पटना में डाकबंगला चौक पर जुटे बंद समर्थकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज के दौरान पटना के सदर एसडीओ श्रीकांत कुंडलीक खांडेकर भी पिट गए हैं। आपको बता दें कि बेली रोड पर रुकनपुरा के पास बंद समर्थक दोनों तरफ से सड़क को जाम कर दिए थे। कई एंबुलेंस भी जाम में घंटों फंसी रही। एंबुलेंस को निकालना और सड़क पर यातायात व्यवस्था सुचारु करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों और पुलिस में झड़प भी हुई। यहीं नहीं पुलिस पर पथराव भी किया गया। एक पुलिसकर्मी के सिर पर भी चोट आई है।