दिल्ली के कथित शराब घोटाले में सीबीआई के शिकंजे में आए दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके अलावा मनी लॉन्ड्रिंग केस में जेल में बंद सत्येंद्र जैन ने भी अपना पद छोड़ दिया है। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दोनों का इस्तीफा मंजूर भी कर लिया है। सूत्रों के हवाले से यह भी कहा जा रहा है कि दिल्ली में कोई नया मंत्री नहीं बनेगा। कैलाश गहलोत और राजकुमार आनंद को दिए इन दोनों मंत्रियों के विभाग सौंपे जा सकते हैं।
अरविंद केजरीवाल सरकार के दो बड़े मंत्रियों पर जांच एजेंसियों का शिकंजा कस चुका है। इस मुद्दे को लेकर विपक्ष पहले से ही दिल्ली की आम आदमी पार्टी पर हमलावर था। बीजेपी और कांग्रेस की तरफ से लगातार यह तंज कसा जा रहा था कि केजरीवाल सरकार के मंत्री अब जेल ही सरकार चलाएंगे। जिसके बाद अब यह खबर सामने आई है कि उप मुख्यमंत्री सिसोदिया और दिल्ली के कारागार मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।
अभी से बस थोड़ी देर पहले ही सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किये गये मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा था। उच्चतम न्यायालय ने आबकारी नीति मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर विचार करने से इंकार कर दिया था। प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा की पीठ ने सुनवाई के दौरान कहा था, ‘हम मौजूदा स्थिति में अनुच्छेद 32 के तहत याचिका पर विचार करने के इच्छुक नहीं हैं।’
अरविंद केजरीवाल सरकार के दो बड़े मंत्रियों पर जांच एजेंसियों का शिकंजा कस चुका है। इस मुद्दे को लेकर विपक्ष पहले से ही दिल्ली की आम आदमी पार्टी पर हमलावर था। बीजेपी और कांग्रेस की तरफ से लगातार यह तंज कसा जा रहा था कि केजरीवाल सरकार के मंत्री अब जेल ही सरकार चलाएंगे। जिसके बाद अब यह खबर सामने आई है कि उप मुख्यमंत्री सिसोदिया और दिल्ली के कारागार मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।
अभी से बस थोड़ी देर पहले ही सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किये गये मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा था। उच्चतम न्यायालय ने आबकारी नीति मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर विचार करने से इंकार कर दिया था। प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा की पीठ ने सुनवाई के दौरान कहा था, ‘हम मौजूदा स्थिति में अनुच्छेद 32 के तहत याचिका पर विचार करने के इच्छुक नहीं हैं।’
पीठ ने कहा कि सिर्फ इसलिए कि घटना दिल्ली में हुई है, सिसोदिया सीधे शीर्ष अदालत में नहीं आ सकते हैं। पीठ ने कहा कि उनके पास संबंधित निचली अदालत के साथ-साथ दिल्ली उच्च न्यायालय के पास जाने के भी उपाय हैं। दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के पास 18 विभाग थे। इनमें शिक्षा, लोक निर्माण विभाग, वित्त विभाग, आबकारी विभाग, ऊर्जा, जल और स्वास्थ्य विभाग जैसे अहम मंत्रालय शामिल थे।
केजरीवाल सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन पहले से ही भ्रष्टाचार के मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं। आय से अधिक संपत्ति और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में सत्येंद्र जैन और उनकी पत्नी पूनम और अन्य पर केस दर्ज किया गया था। प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी कार्रवाई के दौरान सत्येंद्र जैन के परिवार से जुड़ी करीब 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त भी की थी। लंबे समय से जेल में बंद सत्येंद्र जैन को लेकर विपक्ष लगातार केजरीवाल सरकार पर व्यंग्य कस रहा था।