दिल्ली के कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार किए गए राज्यसभा सांसद और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह 6 महीने के बाद तिहाड़ जेल से बाहर आ गए हैं। उनके बाहर आने के बाद कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया। इस बीच संजय सिंह ने एक कार पर खड़े होकर कहा कि यह जश्न मनाने का नहीं बल्कि संघर्ष का समय है, क्योंकि पार्टी के कई बड़े नेता जेल में हैं। इस दौरान उनके साथ उनकी पत्नी और पूरा परिवार भी मौजूद था।
तिहाड़ जेल से रिहाई के बाद संजय सिंह सीधे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पहुंचे और सुनीता केजरीवाल के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। इसके बाद वे आम आदमी पार्टी के मुख्यालय पहुंचे। गौरतलब है कि संजय सिंह को अक्टूबर 2023 में ईडी ने कथित शराब घोटाले के मामले में गिरफ्तार कर लिया था। कई बार उनकी बेल भी रिजेक्ट हुईं थी।
तिहाड़ जेल से बाहर आने के बाद संजय सिंह एक कार पर खड़े हो गए और उन्होंने कहा कि यह समय संघर्ष करने का है। हमारी पार्टी के सबसे बड़े नेताओं – अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया और सत्येन्द्र जैन – को सलाखों के पीछे रखा गया है। मुझे विश्वास है कि एक दिन इस जेल के ताले टूटेंगे और वे बाहर आएंगे। इसलिए मैं कहना चाहता हूं कि यह जश्न मनाने का समय नहीं है, यह संघर्ष करने का समय है।
जेल में हैं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल
गौरतलब है संजय सिंह आम आदमी पार्टी के पहले ऐसे नेता हैं जो कि दिल्ली के कथित शराब घोटाले के मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा जमानत मिलने के बाद जेल से बाहर आ सके हैं। उनके पहले ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी ने इसी केस में गिरफ्तार किया था और कोर्ट ने उन्हें 15 दिनों की न्यायिक हिरासत पर भेज दिया था।
विवादित आबकारी नीति से जुड़े इसी मामले में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को भी फरवरी 2023 गिरफ्तार किया गया था। अभी तक उन्हें इस केस में जमानत नहीं मिल सकी है। वहीं संजय सिंह के जमानत पर बाहर आने के बाद उनके समर्थकों और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ढोल नगाड़े तक बजाए।
केजरीवाल से मिलने के लिए भगवंत मान ने लिखा पत्र
इस दौरान एक बड़ी खबर यह भी सामने आई कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने तिहाड़ में केजरीवाल से मुलाकात के लिए अनुमति मांगी है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने तिहाड़ जेल प्रशासन को पत्र लिखकर दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल से मिलने की अनुमति मांगी है। सूत्रों के मुताबिक यह पत्र मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) द्वारा भेजा गया है। केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय ने आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन के मामले में 21 मार्च को गिरफ्तार किया था।