Mobilenews / बेंगलूरु. कुमावत समाज ट्रस्ट, मयलसंद्रा धाम, बेंगलूरु दक्षिण की ओर से राधाकृष्णा एवं आशापुरा माता शिखरबद्ध मंदिर की प्रथम वर्षगांठ दो दिवसीय महोत्सव के तहत निमाज के संत सोहनराम, संत पुखराज के सानिध्य में कई कार्यक्रम आयोजित। पहले दिन आयोजित रात्रि जागरण में राजस्थान से आए भजन गायक महेंद्र बोयल एवं कालुभाई कुमावत, कैलाश पंवार, ओमप्रकाश कुमावत ने भजनों की प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम में क्षेत्रीय कुमावत समाज के अतिथियों का सम्मान किया गया।
दूसरे दिन प्रात: शुभ मुहूर्त में मंत्रोच्चारों के बीच देवी-देवताओं का पूजन किया गया। हवन कुंड में लाभार्थियों ने आहुतियां दी। राधाकृष्णा एवं आशापुरा माता का भव्य वरघोड़ा निकाला गया। वरघोड़े में सवार संत सोहनराम सभी का अभिवादन कर रहे थे। वरघोड़े में रंग-बिरंगी छतरियां एवं कलर पेपर से सुसज्जित डांडियों के साथ गेर नृत्य कर करते हुई गेर मंडलों ने भाग लिया। चंग की थाप पर फाल्गुन गाते गेर मंडल के घेरे में चल रहे सदस्यों ने माता के गुणों का बखान किया। वरघोड़ा विभिन्न मार्गों से होते हुए मुख्य पंडाल में पहुंचकर धर्मसभा में परिवर्तित हुआ।
धार्मिक कार्यों में बच्चों को भी जोड़ें
धर्मसभा में वक्ताओं ने समाज में शिक्षा को प्रमुखता देने एवं कुरीतियों को मिटाने का आह्वान किया। संत सोहनराम ने कहा कि धर्म के कार्यों में बच्चों को भी जोड़ना चाहिए जिनसे उनमें भी धर्म के संस्कार पनपे। आने वाली पीढ़ी ही समाज की कर्णधार है। संत पुखराज ने शहर की सभी कुमावत समाज के संस्थाओं में बाल संस्कार शिविर आयोजन करने का आहान किया। इससे पूर्व ध्वजा के लाभार्थी संस्था के पूर्व अध्यक्ष गोवर्धनलाल दुबलदिया परिवार ने मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण किया गया। ध्वजारोहण के दौरान पुष्पवर्षा कर उपस्थित समाज के लोगों ने खुशियां प्रकट की। सचिव नारायणलाल गुगवान ने स्वागत किया। इससे पूर्व रविवार को पंडाल में रात्रि जागरण का आयोजन किया गया। भजन संध्या का शुभारंभ गणपति वंदना से हुआ। राजस्थान से आए भजन गायक महेंद्र बोयल एवं कालुभाई कुमावत, कैलाश पंवार, ओमप्रकाश कुमावत हैदराबाद एण्ड पार्टी की ओर से भजनों की प्रस्तुतियां दी। भजनों पर श्रद्धालु भावविभोर होकर झूमते रहे। इस कार्यक्रम में पधारे क्षेत्रीय कुमावत समाज के अतिथियों का ट्रस्ट की ओर से माला साफा पहनाकर सम्मान किया गया। वरघोड़े के लाभार्थी संस्था के सचिव नारायणलाल गुगवान रहे। संस्था के पूर्व सचिव कानाराम दुबलदिया ने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष भंवरलाल भदाणीया, गौतमचंद नादिवाल, गेवरचंद चांदोरा, सह-सचिव माणकचंद बाकरेसा, कोषाध्यक्ष चुतराराम इटाड़ा, सह-कोषाध्यक्ष मोतीलाल गुडिया, सलाहकार हस्तीमल गोडावड़, प्रचार मंत्री ओमप्रकाश दुबलदिया, सुखलाल गुगवान, नारायणलाल भदाणीया, मनोहर लाल नादिवाल आदि उपस्थित रहे।