Mobilenews बेंगलुरु : बेंगलुरु बिन्नी मिल रोड कोटनपेट स्थित जांगिड भवन मैं गुरुवार को कुमावत समाज बिलाड़ा का तीसरा स्नेह मिलन समारोह मनाया गया । इसमें समाज के अध्यक्ष और राजनेता शामिल हुए। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद पीसी मोहन ने राजस्थानियों की मेहनत लगन और समर्पित भावना और पार्टी के साथ जुड़ाव को महत्वपूर्ण बताया वहीं उन्होंने कहा कि आपकी जन्म भूमि भले ही राजस्थान रही हो लेकिन कर्म भूमि आपकी कर्नाटक है! इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के सप्तगिरि गौड़ा ने भी राजस्थानियों की प्रशंसा करते हुए क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका बतायी! इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के अनेको पदाधिकारी मौजूद रहे! इन सब का समाज की ओर से भव्य साफा पुष्प और सॉल ओढ़ाकर स्वागत और अभिनंदन किया गया।
मुख्य वक्ता विनोद प्रांजा व शैतान सिंह ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर कर्नाटक में समाज के बने संगठनों के अध्यक्ष फतेहचंद कुमावत बैंगलोर, मानक सिंदड, नरेंद्र गोयल, पुखराज मान्दणीया, बगदाराम मांवर मैसूर, बाबुलाल बाकरेचा मैसूर, भेरूलाल रेणवाल, ओम प्रकाश कुमावत मैसूर, पेमाराम चांदोरा, लालाराम कुमावत, अर्जुन राम दुबलदिया, पारसराम दुबलदिया, ओमप्रकाश गुगोण, बाबूलाल कुमावत आदि का सामाजिक संगठन की ओर से स्नेह मिलन के शुभ अवसर पर भव्य स्वागत किया।
इस अवसर पर समाज की प्रतिभा पूजा बोराव ने मोबाइल के दुरुपयोग बच्चों के संस्कार एवं बच्चों पर पढ़ने वाले प्रभाव के बारे में उद्बोधन दिया वहीं पर समाज में कुछ रूढ़िवादी परंपराओं को त्याग कर समाज के विकास में क्रांतिकारी परिवर्तन की ओर चलने पर जोर दिया गया। विशेष रूप से सभी वक्ताओं ने व्यापार के साथ शिक्षा पर विशेष जोर दिया और शिक्षा से ही सभी परिवारों का एवं समाज का विकास हो सकता है इस अवसर पर पेमाराम गोडला, कन्हैया लाल मालवीया, चिरंजीलाल सांगर, पन्नालाल बोडावड, तेजाराम तिलायचा, ओमप्रकाश अडाणीया, माणक राम तिलायचा, माधव कारोलिया, महेंद्र सांगर, नरेंद्र मालवीया, मनोहर सांगर, बगदाराम दुबल्दीया, पारसराम धमानिया, दिनेश गुड़िया, अशोक तिलायचा आदि की उपस्थिति में नई कार्यकारिणी का गठन किया गया जिसमें पेमाराम घोड़ला को सर्वसम्मति से अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
इसी प्रकार घोषणा की कि अगले साल तक महिला मंडल की स्थापना करके महिला संगठन को भी मजबूत बनाया जाएगा। इस अवसर पर महिला भी भारी तादाद में उपस्थिति रही कार्यक्रम का संचालन बाबूलाल कुमावत ने किया।