पीएम मोदी ने कहा कि आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा था कि हर किसी के पास देने के लिए कुछ न कुछ है लेकिन मेरे पास कुछ नहीं है, मैं केवल अपनी भावनाएं व्यक्त कर सकता हूं। प्रमोद जी, अच्छा हुआ आपने मुझे कुछ नहीं दिया, वरना जमाना ऐसा बदल गया है कि अगर आज के जमाने में सुदामा श्री कृष्ण को चावल देते और वीडियो सामने आ जाता तो सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर दी जाती और फैसला आएगा कि भगवान कृष्ण को भ्रष्टाचार में कुछ दिया गया था और भगवान कृष्ण भ्रष्टाचार कर रहे थे। बेहतर होगा कि आपने अपनी भावनाएं व्यक्त कीं और कुछ नहीं दिया।
पीएम मोदी बोले- कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास करने का सौभाग्य मिला
संभल में हिंदू तीर्थ कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह में पीएम मोदी ने कहा कि आज संतों की भक्ति और जनता की भावना से एक और पवित्र स्थान की आधारशिला रखी जा रही है। आचार्यों और संतों की उपस्थिति में भव्य कल्कि धाम की आधारशिला रखने का सौभाग्य मिला। मुझे विश्वास है कि कल्कि धाम भारतीय आस्था का एक और महान केंद्र बनकर उभरेगा। पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती भी है, इसलिए यह दिन और भी पवित्र और अधिक प्रेरणादायक हो जाता है। इस अवसर पर मैं छत्रपति शिवाजी महाराज के चरणों में आदरपूर्वक नमन करें और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करें।
संभल में हिंदू तीर्थ कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले 10 सालों में हमने एक नया भारत देखा है। भारत देश विकास के पथ पर काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है। सीएम योगी ने कहा कि आज वैश्विक मंच पर पीएम मोदी का सम्मान है। देश की सभी सीमाएं एकदम सुरक्षित हैं।
कल्कि भगवान का सफेद घोड़ा
बन रहे नवीन मंदिर के पास स्थित कल्कि पीठ में एक सफेद रंग के घोड़े की भी मूर्ति लगी है। हिंदू धर्मशास्त्रों में कहा गया है कि कल्कि अवतार को भगवान शिव देवदत्त नाम का एक सफेद घोड़ा देंगे। इस सफेद घोड़े की मूर्ति के तीन पैर जमीन पर हैं और चौथा हवा में उठा है। लोगों का कहना है कि यह पैर धीरे-धीरे नीचे झुक रहा है। जिस दिन यह पूरा झुक जाएगा समझा जाएगा कि कल्कि का अवतार हो चुका है।
क्यों आ रहे हैं भगवान कल्कि?
सवाल उठता है कि आखिर कल्कि के रूप में भगवान विष्णु क्यों अवतार लेंगे। इस पर धर्म शास्त्रों में कहा गया है कि जब कलियुग अपने चरम पर होगा। पाप और अन्याय बहुत अधिक बढ़ जाएंगे तब उनके नाश के लिए कल्कि अवतार लेंगे। इस मंदिर की स्थापना के बारे में आचार्य प्रमोद कृष्णम ने करीब 18 साल पहले संकल्प लिया था। उन्होंने कहा था कि जहां भगवान कल्कि अवतार लेंगे वहां कल्कि धाम मंदिर बनाया जाएगा।