जयपुर। राजस्थान के बाड़मेर जिले के कांग्रेस नेता मेवाराम जैन के वायरल वीडियो से सोशल मीडिया पर बवाल मचा है।रेप केस में फंसे मेवाराम जैन के दो अश्लील वीडियो शु्क्रवार दोपहर से वायरल हुए। जिसके बाद से सोशल मीडिया पर बाड़मेर मेवाराम जैन, मेवाराम को जेल को डालो। ये तीनों हैशटैग लगातार ट्रेडिंग में बना है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (ट्विटर) पर यूजर कांग्रेस मेवाराम जैन को जेल में डालने की मांग कर रहे हैं। वहीं इस मामले में भाजपा की ओर से केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकार में रक्षक ही भक्षक बने हुए थे। तभी ऐसे वीडियो सामने आए। अब भाजपा की सरकार में पीड़िता को न्याय मिलेगा। कानून अपना काम करेगा।
मेवाराम जैन का यह आपत्तिजनक वीडियो 33.08 मिनट का है। जो रविवार से सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में मेवाराम जैन सफेद कपड़ों में नजर आ रहे है। एक महिला पहले कैमरे को लगाकर जाती हुई वीडियो में नजर आ रही है। इसके बाद वहां पूर्व विधायक मेवराम जैन की एंट्री होती है। जो कुछ देर तक लड़की के साथ बातचीत करते है। तभी किसी का फोन आता है। मेवाराम फोन उठाते है और कहते है कि वो अभी जयपुर में है। इसके बाद आपत्तिजनक वीडियो है। लेकिन, दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो जोधपुर स्थित किसी मकान का है। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।
तीन दिन पहले भी सामने आए थे दो वीडियो
बता दें कि इससे पहले मेवाराम जैन के दो आपत्तिजनक वीडियो वायरल हुए थे। सात-सात मिनट के इन दोनों वीडियो में कांग्रेस नेता मेवाराम जैन के साथ एक युवती और एक महिला दिख रही थी। नए वीडियो की तरह पुराने वीडियो में भी एक युवती पहले मोबाइल सेट करती नजर आई थी। आपत्तिजनक वीडियो वारयल होने के बाद कांग्रेस ने शनिवार रात को मेवाराम जैन को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया था।
चुनाव से पहले फोटो हुए थे वायरल
बता दें कि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पूर्व विधायक मेवराम जैन के इस वीडियो से जुड़े 3-4 फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। लेकिन, अब बीजेपी सरकार आते ही वीडियो वायरल होने से हड़कंप मच गया है। हर कोई मेवाराम जैन को जेल में डालने की मांग कर रहा है। बाड़मेर, मेवाराम जैन, मेवाराम को जेल को डालो… ये हैशटैग ट्विटर पर लगातार ट्रेडिंग में है।
पीड़िता ने पुलिस पर लगाए आरोप
इधर, पीड़िता ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता का कहना है कि एफआईआर के 20 दिन बाद भी आरोपी पुलिसकर्मियों पर रसूखदार लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की है। बता दे कि पीड़िता ने पूर्व विधायक मेवाराम जैन सहित 9 लोगों के खिलाफ पॉक्सो, गैंगरेप सहित 18 धाराओं में मामला दर्ज कराया था। जिनमें बाड़मेर कोतवाल गंगाराम खावा, दाउद खान और बाड़मेर डीएसपी आनंद सिंह राजपुरोहित का भी नाम शामिल है। ऐसे में अब पीड़िता का कहना है कि इस मामले में कई पुलिस अधिकारियों के नाम है। इस कारण पुलिस कार्रवाई में देरी कर रही है।
वहीं, एसपी दिगंत आनंद ने बताया कि जोधपुर पुलिस की ओर से हमारे पास अभी रिपोर्ट नहीं आई है। रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। जोधपुर पश्चिम डीएसपी गौरव यादव का कहना है कि पुलिसकर्मियों के खिलाफ राजीव गांधी नगर थाने में केस दर्ज है। जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।