नई दिल्ली : मीडिया में आई खबरों के मुताबिक ‘भारतमाला परियोजना’ नामक राजमार्ग योजना के पहले चरण को लेकर तैयार कैग की रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि कैसे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा हरियाणा में द्वारका एक्सप्रेस-वे के हिस्से को ऊपरगामी पुल के रूप में बनाने के एक फैसले से, इसकी लागत 18.2 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर से बढ़कर 251 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर हो गई।
द्वारका एक्सप्रेसवे को लेकर CAG रिपोर्ट में ‘प्रस्तावित से अधिक लागत’ की बात सामने आने के बाद केंद्र सरकार पर विपक्षी पार्टियां जमकर हमला बोल रही हैं। दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी ने बुधवार यानी आज यहां निर्माणाधीन द्वारका एक्सप्रेसवे पर विरोध प्रदर्शन किया। मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ और रीना गुप्ता सहित पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता द्वारका एक्सप्रेसवे हाईवे के पास एकत्र हुए और परियोजना में घोटाले का आरोप लगाया है।
भारत के नियंत्रक महालेखा परीक्षक द्वारा कथित तौर पर एक्सप्रेसवे के निर्माण में भारी लागत वृद्धि को हरी झंडी दिखा दी है। CAG रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रस्तावित लागत 18 करोड़ प्रति किलोमीटर थी लेकिन इसकी लागत 251 करोड़ प्रति करोड़ किलोमीटर आई है। इसके बाद केंद्र सरकार का घेराव हो रहा है।
आप नेता कक्कड़ ने कहा, ”यह इतना बड़ा घोटाला है कि जिस सड़क के लिए 18 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर की मंजूरी दी गई, उसे 251 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया।’ ल्ली के मुख्यमंत्री और आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने “भ्रष्टाचार के सभी रिकॉर्ड” तोड़ दिए हैं। हालांकि, सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने इस आरोप को खारिज कर दिया है, इसे “तथ्यों की घोर गलत बयानी” कहा है।
आप’ नेता आदिल अहमद खान ने भारतीय जनता पार्टी को सबसे भ्रष्ट राजनीतिक संगठन बताया। उन्होंने दावा किया कि क्या केंद्र इतने पैसों से सोने की सड़कें बनाने की कोशिश कर रहा है? भाजपा देश की सबसे भ्रष्ट पार्टी है. इस देश के लोगों ने उसे 2024 के लोकसभा चुनाव में सत्ता से बाहर करने का फैसला कर लिया है।
अरविंद केजरीवाल ने उठाए थे सवाल
वहीं पार्टी के विधायक कुलदीप कुमार ने दावा किया कि कैग की रिपोर्ट ने लोगों की आंखें खोल दी है और वे इसे लेकर आक्रोशित हैं। उन्होंने कहा कि कैग की रिपोर्ट ने भाजपा का पर्दाफाश कर दिया है और लोगों की आंखें खोल दी है। वे अपनी तथाकथित उपलब्धियों का कितना भी बखान कर लें, लोग अब जानते हैं कि यह सब झूठ है। पूरी पार्टी आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी है. इसके पहले, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि नरेन्द्र मोदी नीत सरकार ने ‘‘भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड’’ तोड़ दिए हैं। हालांकि, सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एक बयान जारी कर इन आरोपों का खंडन किया और कहा कि तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया गया है।